पंजाब पुलिस डीआईजी रिश्वतकांड की जांच अब गृह विभाग करेगा, सीबीआई रिपोर्ट का इंतजार

चंडीगढ़ : स्क्रैप कारोबारी से आठ लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार पंजाब पुलिस के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। अब इस पूरे मामले की जांच राज्य के गृह विभाग द्वारा भी की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, विभाग सीबीआई रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रहा है, जिसके आधार पर विभागीय जांच शुरू की जाएगी।

पंजाब पुलिस मुख्यालय में इस मामले को लेकर दिनभर चर्चा रही। सूत्रों ने बताया कि गृह विभाग आरोपी डीआईजी के रिकॉर्ड और संपत्ति की विस्तृत जांच करने की तैयारी में है। भुल्लर के घर से मिली नकदी, सोना और अन्य कीमती सामान ने उनके खिलाफ सबूतों को और मजबूत किया है।

शिकायतकर्ता का आरोप

स्क्रैप कारोबारी आकाश बत्ता ने आरोप लगाया कि डीआईजी के साथ पकड़ा गया बिचौलिया कृष्णु लंबे समय से भुल्लर के लिए उगाही का काम करता था। उसने पहले कारोबारी से दोस्ती की और फिर डीआईजी का नाम लेकर आठ लाख रुपये रिश्वत की मांग की। आकाश बत्ता ने कहा कि उन्हें सीबीआई जांच पर भरोसा है और वे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने परिवार की सुरक्षा के लिए हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है।

चर्चा में रहे पूर्व मामले

  • फरवरी 2025 में आप सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में 52 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया था।
  • जनवरी 2022 में सीबीआई ने परिवहन विभाग के एक आईएएस अधिकारी को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था।
  • मई 2015 में सीबीआई ने एक आईएएस अधिकारी को 6.3 करोड़ रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

आप सरकार का रुख

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता बलतेज पन्नू ने कहा कि सरकार की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति है। सीबीआई जांच पूरी तरह निष्पक्ष चल रही है और सरकार जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा, “चाहे कोई भी पद पर क्यों न हो, भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

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