
Mahmudabad, Sitapur : संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा महमूदाबाद के बैसनपुर में लगाई गई महंत अवैद्यनाथ की ब्रॉन्ज मूर्ति के धातु मिश्रण की जांच के लिए शुक्रवार को भूतत्व खनिकर्म की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने मूर्ति में कई स्थानों पर ड्रिल और रेगमाल का उपयोग कर धातु के नमूने लिए। गुरुवार को हैंड ग्राइंडर और अन्य मशीनें न लाने के कारण टीम को वापस लौटना पड़ा था।
संस्कृति विभाग द्वारा महमूदाबाद के बैसनपुर में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरु महंत अवैद्यनाथ की साढ़े 12 फीट ऊंची ब्रॉन्ज धातु की मूर्ति स्थापित की गई है। मूर्ति का निर्माण एवं आपूर्ति गाजीपुर की फर्म राम सुतार आर्ट क्रिएशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा की गई है। निदेशक, राज्य कला अकादमी द्वारा 14 अक्टूबर को पत्र जारी कर मूर्ति के धातु मिश्रण की गुणवत्ता की जांच भूतत्व खनिकर्म विभाग से कराए जाने के निर्देश दिए गए थे।
भूतत्व खनिकर्म विभाग द्वारा सहायक भू-वैज्ञानिक आशीष पालीवाल, मोहम्मद असद, सर्व सौभ्ये और सुयश रंजन सहित टीम गठित की गई थी। टीम गुरुवार को बैसनपुर पहुंची, किंतु धातु के नमूने लेने के लिए आवश्यक मशीनें न होने के कारण उसे बैरंग लौटना पड़ा। शुक्रवार को टीम पुनः हैंड ग्राइंडर, हाइड्रोलिक लिफ्टर समेत अन्य उपकरणों के साथ बैसनपुर पहुंची और नमूने संकलित किए।
धातु मिश्रण के परीक्षण हेतु नमूने लेकर टीम वापस लौट गई। इस मौके पर मूर्ति की स्थापना में अहम भूमिका निभाने वाले लक्ष्मी-गणेश कुबेर समृद्धि कल्याण सोसाइटी के अध्यक्ष राजेश सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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