
नई दिल्ली : गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर स्थित अबूझमाड़ के पहाड़ी जंगल इलाके को नक्सल मुक्त क्षेत्र घोषित किया। यह ऐतिहासिक घोषणा उस समय हुई जब 170 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में शामिल होने का निर्णय लिया। शाह ने कहा कि हिंसा छोड़कर संविधान पर विश्वास जताने का यह कदम अत्यंत साहसिक और सराहनीय है।
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि पिछले दो दिनों में कुल 258 कट्टर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है — जिनमें छत्तीसगढ़ के 197 और महाराष्ट्र के 61 नक्सली शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह साफ संकेत है कि मोदी सरकार की रणनीति के चलते नक्सलवाद अब समाप्ति की ओर है।
शाह ने लिखा, “दो दिन में 258 नक्सलियों का आत्मसमर्पण इस बात का प्रमाण है कि वामपंथी उग्रवाद का अंत अब निकट है। सरकार की दृढ़ नीति और सुरक्षा बलों के समर्पण से नक्सल प्रभावित क्षेत्र तेजी से शांति की ओर बढ़ रहे हैं।”
इससे एक दिन पहले सुकमा जिले में 27 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनमें 10 महिलाएं और पीएलजीए बटालियन-01 के दो सक्रिय सदस्य भी शामिल थे। वहीं, महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सीनियर माओवादी नेता मल्लोजूला वेणुगोपाल राव उर्फ भूपति ने 60 साथियों सहित आत्मसमर्पण किया, जिसे नक्सल आंदोलन के खिलाफ एक बड़ा झटका माना जा रहा है।















