देहरादून में मुरादाबाद के नर्सिंग छात्र की रहस्यमयी मौत! दोस्तों पर हत्या का शक, परिजन बोले- हादसे की कहानी झूठी

देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी से आई एक दर्दनाक और रहस्यमयी खबर ने मुरादाबाद और देहरादून दोनों जिलों को हिलाकर रख दिया है। मुरादाबाद के एक नर्सिंग छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। युवक का शव सहसपुर इलाके के एक झरने के नीचे बरामद हुआ है। परिवार ने इसे हत्या बताया है और बेटे के तीन दोस्तों पर गम्भीर आरोप लगाए हैं मुरादाबाद के रेलवे कॉलोनी निवासी 19 वर्षीय आयुष दयाल, देहरादून इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई कर रहा था। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।

10 अक्टूबर को आयुष अपने तीन दोस्तों नितेश, अभय और विधान के साथ घूमने निकला था। बताया जा रहा है कि ये चारों सहसपुर थाना क्षेत्र के भद्रराज मंदिर और आसपास के झरनों की ओर घूमने गए थे। शाम तक जब आयुष वापस नहीं लौटा तो दोस्तों ने बताया कि वह रास्ते में कहीं अलग हो गया था और उसका पता नहीं चल पा रहा है। इसके बाद उन्होंने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई सर्च ऑपरेशन के बाद मिला शव आयुष की गुमशुदगी के बाद परिवार मुरादाबाद से देहरादून पहुंचा और पुलिस में शिकायत दी। इसके बाद सहसपुर थाना पुलिस, एसडीआरएफ और वन विभाग की टीमों ने मिलकर इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया।

तीन दिन की कड़ी मशक्कत के बाद, 13 अक्टूबर की सुबह आयुष का शव झरने के नीचे मिला पुलिस जब मौके पर पहुंची तो शव की स्थिति देखकर कई सवाल खड़े हो गए। सबसे बड़ा सवाल यह था कि जहां शव मिला, वह उस दिशा से बिल्कुल विपरीत था जहां दोस्तों ने बताया था कि वे आखिरी बार आयुष के साथ थे परिवार का आरोप हादसा नहीं हत्या है आयुष के पिता राकेश कुमार दयाल ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि उन्हें पूरे मामले पर गहरा शक है उनका कहना है हमारे बेटे की हत्या की गई है उसे जानबूझकर गलत दिशा में ले जाया गया और साजिश के तहत मारकर झरने में फेंक दिया गया। जिन दोस्तों के साथ वह गया था।

वही इस घटना में शामिल हैं।परिवार का आरोप है कि दोस्तों ने शुरू से ही पुलिस को गुमराह किया। उन्होंने आयुष के गायब होने की कहानी बनाकर खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश की, लेकिन झरने की दिशा, फोन लोकेशन और घटनास्थल की परिस्थितियाँ उनके बयान से मेल नहीं खातीं तीन दोस्तों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज परिवार की शिकायत और शुरुआती साक्ष्यों के आधार पर सहसपुर थाना पुलिस ने आयुष के तीन दोस्तों नितेश, अभय और विधान के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 (हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है साथ ही, घटनास्थल से मोबाइल लोकेशन डेटा, सीसीटीवी फुटेज और झरने के आसपास के साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

आयुष के शव का पैनल पोस्टमार्टम कराया गया है ताकि मौत की असली वजह स्पष्ट हो सके सूत्रों के मुताबिक, शव पर कुछ चोटों के निशान मिले हैं, जिन्हें लेकर पुलिस ने फॉरेंसिक टीम से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है पुलिस अब इस पूरे मामले को हत्या या हादसे, दोनों एंगल से जांच रही है पिता का दर्द और न्याय की मांग आयुष के पिता राकेश कुमार ने कहा आयुष हमारा बहुत अच्छा गुड नेचर बेटा था, उसका सपना नर्स बनकर दूसरों की सेवा करने का था। लेकिन उसके दोस्तों ने ही उसे धोखा दिया। हमें बस न्याय चाहिए परिवार ने उत्तराखंड पुलिस से तेज और निष्पक्ष जांच की मांग की है मुरादाबाद में भी आयुष के घर पर मातम पसरा है। इलाके के लोग भी इस रहस्यमयी मौत से स्तब्ध हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं।पुलिस ने की कार्यवाही सहसपुर थाना प्रभारी ने बताया कि मामला बेहद संवेदनशील है और सभी पहलुओं की गहराई से जांच की जा रही है।परिवार के आरोप गंभीर हैं।

फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।10 अक्टूबर को आयुष दोस्तों के साथ गया था घूमने 13 अक्टूबर को झरने के नीचे मिला शव शव उस दिशा में मिला जहां दोस्तों ने जाने की बात नहीं कही तीन दोस्तों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज पुलिस ने पैनल पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच शुरू की यह मामला अब रहस्य और शक से घिरा हुआ है। पुलिस के लिए यह जांच बेहद चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि सवाल बहुत हैं क्या यह वाकई एक दर्दनाक हादसा था या दोस्तों की रची हुई साजिश?

इस सवाल का जवाब अब पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट ही दे पाएगीमुरादाबाद और देहरादून दोनों जगहों पर आयुष की मौत को लेकर गहरा शोक और आक्रोश है। परिवार बस एक ही बात कह रहा है हमें हमारे बेटे के कातिल चाहिए।

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