
Sultanpur : कूरेभार जिले में मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। कूरेभार थाना क्षेत्र के जमोली गांव की रहने वाली एक महिला ने अपने ही नवजात का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव को झोले में भरकर नदी में फेंकने जा रही थी। इसी दौरान स्थानीय लोगों की सतर्कता से वारदात का पर्दाफाश हो गया।
जानकारी के अनुसार, आरोपी महिला शहनाज ने सोमवार रात घर पर ही एक नवजात बच्ची को जन्म दिया था। मंगलवार सुबह करीब नौ बजे वह बिना बताए घर से निकली और झोले में बच्ची को रखकर ऑटो से बाबूगंज नहर के पास पहुंची। जैसे ही वह झोला नहर में फेंकने लगी, वहां मौजूद लोगों को उसकी हरकत संदिग्ध लगी। ग्रामीणों ने तुरंत दौड़कर महिला को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर द्वारिकागंज चौकी इंचार्ज और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जब झोला खोला गया तो उसमें नवजात बच्ची मृत अवस्था में मिली। पुलिस ने तत्काल महिला को हिरासत में लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज, सुलतानपुर भेजा, जहां डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
थाना प्रभारी ने बताया कि मामला गंभीर है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी और आरोपी महिला को जेल भेजने की प्रक्रिया चल रही है।
पारिवारिक विवाद और अवैध संबंधों का मामला
सूत्रों के अनुसार, शहनाज की दो शादियां हो चुकी हैं और दोनों से तलाक भी हो गया है। उनकी पहली शादी आठ वर्ष पूर्व अयोध्या जिले के मलेथू बुजुर्ग गांव में हुई थी। शादी के आठ माह बाद बेटी के जन्म पर पति ने चरित्र पर शक जताते हुए तलाक दे दिया। कुछ वर्षों बाद उनकी दूसरी शादी जाने बाजार क्षेत्र में हुई, लेकिन इस रिश्ते में भी अवैध संबंधों के आरोपों के चलते तलाक हो गया।
वर्तमान में वह अपने मायके जमोली गांव में रह रही थी। बताया जा रहा है कि गांव में उसके कई लोगों से अवैध संबंध थे और इन्हीं संबंधों के चलते उसने नवजात को जन्म दिया। कुकर्म को छिपाने के लिए उसने बच्ची को मारकर नदी में फेंकने की कोशिश की।
महिला की मां ने बताया कि वह सुबह खेत पर गई थी और बेटी कब घर से निकली, इसकी जानकारी नहीं है। पिता जुम्मन की पांच वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है, जबकि भाई मुन्नवर दिल्ली में काम करता है।
इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस जघन्य अपराध के लिए महिला पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई ऐसी हैवानियत करने की हिम्मत न कर सके।
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