
Bihar Election 2025 : बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। कांग्रेस और राजद के बीच तकरार की खबरें सामने आ रही हैं, दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर कटाक्ष कर रही हैं और अधिक सीटों के दावे कर रही हैं। इन खींचतान का असर गठबंधन की स्थिरता पर पड़ सकता है, जो बिहार चुनाव की राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकता है।
बिहार विधानसभा चुनाव का माहौल तेज हो चुका है, लेकिन महागठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अभी भी असमंजस बना हुआ है। सोशल मीडिया पर दोनों दलों के नेताओं के ट्वीट्स से यह संकेत मिल रहे हैं कि गठबंधन में दरार की आशंका है। खासतौर पर, राजद नेता मनोज कुमार झा और कांग्रेस नेता रागिनी नायक के ट्वीट्स ने राजनीतिक अटकलों को हवा दी है।
बिहार में सोशल मीडिया पर शायरी वॉर

मनोज कुमार झा ने अपने ट्वीट में एक दोहा पोस्ट किया, जिसमें लिखा था, “रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो छिटकाय, टूटे से फिर न मिले, मिले गांठ परिजाय।”
इसके जवाब में रागिनी नायक ने रिट्वीट किया, जिसमें कहा, “खुसरो दरिया प्रेम का, उल्टी बा की धार, जो उतरो सो डूब गया, जो डूब गया सो पार।”
इन ट्वीट्स से कयास लगाए जाने लगे हैं कि महागठबंधन में मतभेद गहरे हो सकते हैं।
एनडीए में एकमत नहीं हैं दलों के नेता
इसी तरह, एनडीए गठबंधन के नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर कविता और शायरी के ज़रिए अपने मत व्यक्त किए हैं। पूर्व मंत्री मांझी ने ट्वीट किया,“हो न्याय अगर तो आधा दो, यदि उसमें भी कोई बाधा हो, तो दे दो केवल 15 ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, HAM वही खुशी से खाएंगे, परिजन पे असी ना उठाएंगे।”

वहीं, उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट किया,“आज बादलों ने फिर साजिश की, जहां मेरा घर था वहीं बारिश की। अगर फलक को जिद है बिजलियां गिराने की, तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियाना बसाने की।”
इन कविताओं और ट्वीट्स से संकेत मिल रहे हैं कि बिहार के राजनीतिक मंच पर मतभेद और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर मतभेद गहरे हो सकते हैं, जो आगामी चुनाव की रणनीति और परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं।
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