
Lucknow : भारत-नेपाल बार्डर पर फर्जी परमिटों से बसों का संचालन हो रहा था। राजस्व को करोड़ों की क्षति पहुंचाकर दबंग बसों का संचालन कर रहे थे। स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरोह का भण्डाफोड करके दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गये लोगों से एस बस,11परमिट व लैपटाप बरामद हुआ है।
इसके साथ ही एसटीएफ ने राजधानी के विभूतिखण्ड थाने से पचास हजार के ईनामी शिवा शर्मा को भी धर दबोचा है।
पकड़े गये राम प्रसाद पुत्र शेषकान्त लम्सल निवासी आरजेड- 49 सी, सेकन्ड फलोर जनकपुरी,नई दिल्ली, बाले थापा उर्फ बालकिशन पुत्र जीत बहादुर थापा निवासी पीडब्ल्यूडी कालोनी कोहिमा नागालैंड ने पूंछतांछ में बताया कि चाचा-चाची ट्रेवेल्स के नाम से टूर एवं ट्रेवेल एजेन्सी चला रहे राम प्रसाद ने फरवरी 2024 में कन्नू ट्रैवेल्स से सेकेन्ड हैन्ड बस सं.यूपी 81 सीटी 4920 अपनी पत्नी उषा के नाम खरीदा था।
फर्जी स्पेशल परमिट के बारे में पूछताछ करने पर बतााया कि दिल्ली-नेपाल के बीच में काफी संख्या में यात्रियों की बुकिंग मिलती है लेकिन एम्बेसी अथवा कान्सुलेट से जारी परमिट की प्रक्रिया में काफी औपचारिकताएं एवं कठोर नियम होने तथा परमिट जारी होने में अधिक समय लगता है इसलिये हम लोग आरटीओ द्वारा जारी परमिट में कूटरचना करके नेपाल रूट को जोड़ कर पीडीएफ तैयार कर लेते है।
इस पूरे फर्जीवाडे में मैं मेरा बेटा मिलन शर्मा उर्फ सरोज तथा ड्राईवर बाले थापा उर्फ बालकिशन ही शामिल है। वाहन बस सं. यूपी81सीटी4920 संभागीय परिवहन कार्यालय अलीगढ़ में पंजीकृत है।
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