ट्रंप बने ‘पीसमेकर’, गाजा युद्ध का अंत…..इजरायल में दिवाली जैसा जश्न

New Delhi : इजरायल आज खुशी के रंगों में डूबा हुआ है, जैसे दिवाली की रोशनी हर घर को जगमगा रही हो। दो साल से चले आ रहे गाजा युद्ध का अंत हो गया है, और हमास की कैद से जिंदा बचे सभी 20 इजरायली बंधक सुरक्षित अपने वतन लौट आए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस शांति सौदे को अपनी मध्यस्थता का कमाल बताया, और पूरे देश में जश्न का माहौल है। सड़कों पर झंडे लहरा रहे हैं, परिवार गले मिल रहे हैं, और नोवा संगीत उत्सव स्थल पर दुआओं का दौर चल रहा है – यही वह जगह है जहां 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले ने सबकुछ बदल दिया था।

यह युद्धविराम समझौता ट्रंप प्रशासन की कड़ी मेहनत का नतीजा है, जो फरवरी 2025 से चल रही वार्ताओं का पहला चरण पूरा करता है। हमास ने रविवार को पहले 7 बंधकों को रेड क्रॉस के माध्यम से इजरायली अधिकारियों को सौंपा, और सोमवार को बाकी 13 को रिहा कर दिया। बदले में, इजरायल ने करीब 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को मुक्त किया। कुल 251 बंधकों में से ये 20 जीवित बचे थे, जबकि 28 के शव अगले चरण में लौटाए जाएंगे। इजरायल डिफेंस फोर्सेस (IDF) के वॉर रूम ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया, “सभी जीवित बंधक घर लौट आए हैं। यह इजरायल की जीत है।”

जश्न का माहौल: सड़कें झंडों से पट गईं, परिवारों में आंसू खुशी के

इजरायल की राजधानी तेल अवीव से यरूशलेम तक, हर तरफ उत्सव है। लोग इजरायली झंडे लहराते हुए सड़कों पर नाच रहे हैं, कारों में हॉर्न बज रहे हैं, और घरों में मिठाइयां बांटी जा रही हैं। बंधकों के स्वागत के लिए हजारों लोग एयरपोर्ट और सीमाओं पर उमड़े। एक रिहा बंधक मतान के परिवार ने भावुक बयान दिया: “हम फिर से सांस ले सकते हैं। हमारा मतान घर आ गया है! हमारा प्यारा बेटा दो साल बाद हमारे पास लौट आया है और हमें उस पर बहुत गर्व है। हम उसकी हिम्मत की कद्र करते हैं। हम उसे गले लगाए बिना नहीं रह सकते और हम उसके साथ उसकी वापसी की योजना बना रहे हैं।” मतान सहित अन्य बंधक अब सैन्य अस्पतालों में स्वास्थ्य जांच करवा रहे हैं, जहां डॉक्टरों ने उनकी स्थिति स्थिर बताया।

हालांकि खुशी के इस माहौल में दर्द भी है। कई परिवारों के अपनों की लाशें ही लौटेंगी, और युद्ध में 1,200 इजरायलियों की मौत हुई थी। हमास-नियंत्रित गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली कार्रवाई में 67,000 फिलिस्तीनी मारे गए। फिर भी, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “यह हमारे दुश्मनों की हार है। 7 अक्टूबर का हमला उनकी बड़ी गलती थी।”

ट्रंप का रोल: ‘पीसमेकर’ की जीत, मिस्र सम्मेलन की ओर

ट्रंप ने एयर फोर्स वन पर पत्रकारों से कहा, “अब युद्ध खत्म हो गया है। बंदूकें खामोश हैं, और शांति की नई सुबह हुई है।” उन्होंने अपनी टीम – विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और जेरेड कुश्नर – को श्रेय दिया, जिन्होंने कतर, मिस्र और तुर्की के साथ महीनों की गोपनीय वार्ताएं कीं। ट्रंप आज इजरायली संसद में भाषण देंगे, जहां उन्हें सर्वोच्च सम्मान मिलेगा, और फिर मिस्र के शर्म अल-शेख रवाना होंगे। वहां अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में गाजा पुनर्निर्माण, सुरंगों का विनाश और स्थायी शांति पर चर्चा होगी। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने भी समझौते का स्वागत किया, लेकिन चेतावनी दी कि “शांति तभी टिकेगी जब कब्जा खत्म हो।”

नोवा स्थल पर दुआएं: यादों का मेला

बंधकों की रिहाई के बाद हजारों इजरायली नोवा म्यूजिक फेस्टिवल स्थल पर जुटे, जहां 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने 364 लोगों की हत्या की और सैकड़ों को बंधक बनाया। यहां विशेष प्रार्थना सभाएं हुईं, जहां लोग मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। एक श्रद्धालु ने कहा, “यह जीत है, लेकिन कीमत बहुत भारी थी।”

यह समझौता मध्य पूर्व में नई उम्मीद जगाता है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अगले चरण – गाजा की पुनर्निर्माण और हमास की निशस्त्रीकरण – चुनौतीपूर्ण होंगे। ट्रंप की यह ‘पीस डील’ उनकी विरासत को मजबूत बनाती है, और इजरायल में उन्हें ‘दोस्त नंबर वन’ कहा जा रहा है। क्या यह शांति स्थायी होगी? दुनिया देख रही है।

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