
Balrampur : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में रविवार को श्रीदत्तगंज खंड में भव्य पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चौधरी लालता प्रसाद सिंह बौद्ध महाविद्यालय, श्रीदत्तगंज में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग संघचालक सौम्य अग्रवाल ने की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में विभाग प्रचारक प्रवीण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा भारत माता, डॉ. हेडगेवार तथा माधवराव गोलवलकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर, संघ प्रार्थना और अमृतवचन के साथ किया गया। विभाग प्रचारक प्रवीण ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का निर्माण भारत को केंद्र में रखकर किया गया है। देश और समाज की सेवा करते हुए संघ ने विजया दशमी के अवसर पर 100 वर्ष पूरे किए हैं। उन्होंने बताया कि संघ व्यक्ति निर्माण, सेवा भावना और राष्ट्र चेतना को सशक्त करने के लिए निरंतर कार्यरत है।
मुख्य वक्ता ने कहा कि शताब्दी वर्ष में प्रवेश करते हुए संघ के कार्यकर्ता संकल्प लें कि वे समाज सुधार और राष्ट्रनिर्माण के लिए अपने प्रयासों को और प्रगाढ़ करेंगे। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में संघ विभिन्न समाज कल्याण योजनाओं, युवा सशक्तिकरण कार्यक्रमों और जनसंपर्क अभियानों को व्यापक रूप से संचालित करेगा। प्रवीण ने कहा कि संघ सौ वर्षों से व्यक्ति निर्माण की सतत प्रक्रिया चला रहा है, जिसका मूल उद्देश्य “राष्ट्रहित सर्वोपरि” की भावना को साकार करना है।
उन्होंने आगे बताया कि संघ ने पूरे देश में पंचतंत्र सूत्रों परिवार संवर्धन, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, स्वबोध और नागरिक कर्तव्य जागरण के माध्यम से समाज में नव चेतना फैलाने का अभियान शुरू किया है।
कार्यक्रम के बाद स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय परिसर से पूर्ण गणवेश में निकलकर बाजार के मुख्य मार्गों से भव्य पथ संचलन किया। संचलन मार्ग पर लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया। भारत माता की जय और संघ गीतों से पूरा क्षेत्र राष्ट्रभावना से गूंज उठा।
इस अवसर पर जिला संघ चालक अभिमन्यु, खंड संचालक नवल किशोर, विभाग प्रचार प्रमुख मनीष, जिला प्रचार प्रमुख मोहनीश, सदर विधायक पलटूराम, ब्लॉक प्रमुख हेमंत जायसवाल, राकेश प्रताप सिंह, भानु प्रकाश तिवारी, जितेंद्र सिंह, अंजनी मिश्रा सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।