
- पंजीकृत छह हजार परीक्षार्थियों में महज 2738 ने दी परीक्षा
- डीएम, एसपी समेत अफसरों ने परीक्षा पर रखी कड़ी नजर
Banda : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की पीसीएस-प्री परीक्षा में मात्र 45.63 फीसदी परीक्षार्थी ही शामिल हुए, जबकि आधे से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा से तौबा कर ली। जिले के 13 परीक्षा केंद्रों में कुल पंजीकृत छह हजार अभ्यर्थियों में से 2738 ने ही परीक्षा में प्रतिभाग किया, जबकि 3262 अभ्यर्थियों ने परीक्षा से किनारा कर लिया। परीक्षा केंद्रों में सघन तलाशी व चेहरा पहचान उपस्थिति के बाद ही अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया। एआई एलर्ट सीसीटीवी व वाइस रिकार्डर की निगरानी में आयोजित परीक्षा की मॉनीटरिंग डीआइओएस कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से की गई। डीएम, एसपी, एएसपी, परीक्षा नोडल एडीएम न्यायिक ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
रविवार को पीसीएस-प्री परीक्षा जिले के निर्धारित 13 केंद्रों में कराई गई। इसमें कुल पंजीकृत 6000 अभ्यर्थियों में से 2738 ने परीक्षा दी, जबकि 3262 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। सुबह से परीक्षा केंद्रों के बाहर भीड़ लगी रही और अभ्यर्थियों को सघन तलाशी व बायोमेट्रिक पहचान पद्धति की प्रक्रिया के बाद ही केंद्रों में प्रवेश दिया गया। परीक्षा केंद्रों में सुरक्षा के चाक चौबंद किए गए थे और एआई एलर्ट सीसीटीवी कैमरों के जरिए परीक्षा की गहन निगरानी की गई। हर केंद्र में एक सेक्टर व एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात रहे। केंद्रों के बाहर सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात रहा। रोडवेज बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन में अभ्यर्थियों की खासी भीड़ रही। उधर, डीएम जे.रीभा, एसपी पलाश बंसल, एएसपी शिवराज, सहायक पुलिस अधीक्षक मेविस टाॅक, परीक्षा के नोडल अधिकारी एडीएम न्यायायिक मायाशंकर, अपर जिलाधिकारी इरफान उल्ला खां ने परीक्षा केंद्रों का सघन निरीक्षण किया और कंट्राेल रूम पहुंचकर कक्ष नियंत्रकों से जानकारी ली। डीएम जे.रीभा ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करते हुए कंट्रोल रूम में पल पल की निगरानी रखने के निर्देश दिये।
साथ ही प्रश्न पत्रों की गोपनीयता, सुरक्षित भंडारण व वितरण प्रक्रिया की भी गहन समीक्षा की गई। केंद्रों के बाहर भीड़भाड़ रोकने एवं सुगम यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। साथ ही स्पष्ट किया कि परीक्षा की गोपनीयता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।