
New Delhi : अनुभवी केन्याई धावकों एलेक्स नजियोका मटाटा औरएलेक्स नजियोका मटाटा रेंगेरुक ने अलग-अलग रणनीतियों का इस्तेमाल करते हुए रविवार को 20वीं वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन में पुरुष और महिला वर्ग का खिताब अपने नाम किया। यह दूसरी बार है जब इस प्रतिष्ठित विश्व एथलेटिक्स गोल्ड लेबल रोड रेस में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में केन्याई धावकों ने एक साथ जीत दर्ज की है। इससे पहले 2006 में फ्रांसिस किबिवॉट और लिनिथ चेपकुरुई ने यह उपलब्धि हासिल की थी।
मटाटा का शानदार प्रदर्शन
पिछले वर्ष उपविजेता रहे एलेक्स मटाटा ने इस बार शुरुआत से ही आक्रामक दौड़ लगाते हुए बाकी धावकों से बढ़त बनाई। 10 किमी. का पहला चरण उन्होंने अपने साथी रुबेन रोनो के साथ 28:43 मिनट में पूरा किया। इसके बाद उन्होंने गति बढ़ाई और अंत तक अकेले दौड़ते हुए 59:50 मिनट में फिनिश लाइन पार की। यह उनका इस वर्ष का पांचवां हाफ मैराथन खिताब है। दूसरे स्थान पर इथियोपिया के बायेलिग्न तेशागर (1:00:22) रहे, जबकि तीसरे स्थान पर केन्या के जेम्स किपकोगेई (1:00:25) रहे।
रेस के बाद मटाटा ने कहा कि पिछले साल मैं दूसरे स्थान पर था, इसलिए इस बार मेरा लक्ष्य जीतना था। कोर्स की जानकारी होना और मौसम का साथ मिलना मेरे लिए फायदेमंद रहा। उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड तोड़ने का नहीं, बल्कि सिर्फ जीतने का लक्ष्य था।
रेंगेरुक की रोमांचक स्प्रिंट फिनिश
महिला वर्ग में रेंगेरुक ने धैर्यपूर्ण दौड़ लगाते हुए अंतिम क्षणों में शानदार स्प्रिंट के दम पर खिताब जीता। उन्होंने 1:07:20 समय में रेस पूरी की, जो दूसरे स्थान पर रही इथियोपिया की मेलाल बिरातु से मात्र एक सेकंड तेज रही। मुलात टेक्ले तीसरे स्थान पर रहीं।
रेंगेरुक ने कहा, “रेस काफी कठिन थी लेकिन मैंने रणनीति के अनुसार धैर्य रखा और आखिर में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। चोट से वापसी के बाद यह मेरे लिए खास जीत है।”
विजेताओं को कुल 2,60,000 अमेरिकी डॉलर की प्राइज मनी में से 27,000 अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार मिला।
भारतीय धावकों में अभिषेक पाल और सीमा का जलवा
भारतीय एलीट वर्ग में अनुभवी धावक अभिषेक पाल ने 1:04:17 समय में रेस पूरी कर अपना तीसरा वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन खिताब जीता। महिला वर्ग में सीमा ने डेब्यू में ही 1:11:23 का समय निकालते हुए सभी को पीछे छोड़ दिया। दोनों को 4 लाख रुपये का पुरस्कार मिला।
जीत के बाद अभिषेक ने कहा, “मैंने इस बार शुरुआत से ही लीड बनाए रखी। कोर्स बेहद शानदार था। अब हम टाइमिंग सुधारने पर काम करेंगे।”
सीमा ने कहा, थोड़ा रिकॉर्ड से पीछे रह जाने का अफसोस है, लेकिन यह मेरे लिए एक शानदार शुरुआत है। कुछ महीनों की और ट्रेनिंग के बाद मैं और बेहतर कर सकती हूं।