प्रधान का फरमान-शिकायत कर्ता पिता-पुत्र का सिर काटकर लाने वाले को देंगे एक लाख

Hamirpur : बुन्देलखंड के हमीरपुर मे विकास कार्यों में धांधली की शिकायत करने वाले ग्राम पंचायत सदस्य और उसके बेटे को मौत की धमकी मिली है। गांव के प्रधान ने खुलेआम पिता-पुत्र का सिर काटकर लाने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। प्रधान के इस फरमान ने पूरे गांव में दहशत का माहौल बना दिया है।

वाकया सुमेरपुर थाना क्षेत्र के मौहर गांव का है। ग्राम पंचायत सदस्य विनोद कुमार तिवारी ने गांव में चल रहे मनरेगा योजना के कार्यों में बड़े पैमाने पर धांधली और सरकारी धन के दुरुपयोग की शिकायत प्रशासन से की थी। उनकी यह शिकायत जब जांच के स्तर तक पहुंची, तब प्रधान का खौफनाक ऐलान सामने आया। ग्राम प्रधान राममिलन निषाद ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर एक पोस्ट डालते हुए लिखा कि जो भी विनोद कुमार तिवारी और उनके बेटे का सिर काटकर लाएगा, उसे एक लाख रुपये नकद इनाम दिया जाएगा। यह पोस्ट कुछ ही घंटों में वायरल हो गई और पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।

ग्रामीणों में भय और आक्रोश दोनों देखने को मिला। कई लोगों ने सरपंच की पोस्ट पर टिप्पणी करते हुए उसकी कड़ी निंदा की। पीड़ित पंचायत सदस्य विनोद कुमार तिवारी ने फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट लेकर साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

विनोद ने कहा, “मैंने मनरेगा घोटाले की शिकायत की तो प्रधान मेरी जान का दुश्मन बन गया। अब उसने फेसबुक पर मेरी हत्या करवाने का ऐलान कर दिया है। मुझे और मेरे बेटे को किसी भी समय जान का खतरा है।”जैसे ही सरपंच का खौफनाक ऐलान वायरल हुआ, स्थानीय पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। विनोद कुमार तिवारी ने पहले कैथी पुलिस चौकी और फिर सुमेरपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

थाना प्रभारी अनूप सिंह ने बताया कि “पोस्ट की जांच साइबर टीम कर रही है। अगर पोस्ट सत्य पाई जाती है तो आरोपित प्रधान के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”पुलिस ने पीड़ित परिवार को तत्काल सुरक्षा उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है। वहीं, प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि प्रधान का खौफनाक ऐलान को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ग्रामीणों ने प्रशासन से न केवल मनरेगा घोटाले की जांच की मांग की है, बल्कि आरोपित प्रधान को तत्काल निलंबित कर जेल भेजने की भी मांग की है। पीड़ित पंचायत सदस्य ने अपनी शिकायत में कहा है कि गांव में मनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्यों में लाखों रुपये का गबन हुआ है। मजदूरों के नाम पर फर्जी भुगतान किए गए हैं। कई विकास कार्यों का रिकॉर्ड झूठा बनाया गया है।

एसडीएम हमीरपुर का कहना है कि “यह मामला अत्यंत गंभीर है। ग्राम प्रधान का खौफनाक ऐलान लोकतंत्र और कानून व्यवस्था के लिए खतरा हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद आरोपित पर कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।” उन्होंने बताया कि साइबर टीम फेसबुक पोस्ट की ट्रेसिंग कर रही है। प्रधान के बयान का डिजिटल साक्ष्य सुरक्षित किया जा रहा है।

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