
- प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे प्रयास आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे
- संवाद कार्यक्रम में प्रधानमंत्री से अपने अनुभव साझा करती युवा उद्यमी किसान
Hardoi : नई दिल्ली के पूसा संस्थान में शनिवार को हुए विकसित भारत संवाद कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने जिले की युवा उद्यमी किसान कंचन दीक्षित के नवाचार की प्रशंसा की। युवा उद्यमी ने प्रधानमंत्री के साथ अपने नवाचार साइलेज फोडर उत्पादन अनुभव को बताया जिसे प्रधानमंत्री ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने वाला प्रेरक मॉडल कहा। न्यूट्री फोडर इंटरप्राइजेज की संस्थापक कंचन ने कहा उसने जिले के बेनीगंज क्षेत्र में ढाई करोड़ रुपये धनराशि से साइलेज यूनिट स्थापित कर मक्के से बने हरे चारे का वैज्ञानिक विकल्प तैयार करती है, जो पशुओं के लिए अत्यंत पौष्टिक साबित है। भूसे में जहां किसी प्रकार की न्यूट्रिशन वैल्यू नहीं होती, वहीं साइलेज विटामिन, मिनरल और ऊर्जा से भरपूर है। पिछले एक माह से जिले के कई गोवंश आश्रय स्थलों पर प्रतिदिन तीन किलो साइलेज खिलाया जा रहा है, जिससे गायों की सेहत और दूध उत्पादन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
सीवीओ डॉ. एके सिंह ने कहा कि जिले के 300 से अधिक गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित 70 हजार से अधिक गोवंश को अब साइलेज दिया गया है जिससे पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी और बीमार पड़ने की दर में कमी आई है। कंचन दीक्षित की यूनिट से लगभग सौ लोगों को सीधा रोजगार और एक हजार किसानों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। इस परियोजना को नेशनल लाइफ स्टॉक मिशन के अंतर्गत 50 लाख रुपये का अनुदान पशुपालन विभाग द्वारा स्वीकृत किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कंचन दीक्षित के कार्य को कृषि और पशुपालन क्षेत्र में नवाचार का उत्कृष्ट उदाहरण बताया और कहा कि ऐसे प्रयास आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। कंचन दीक्षित ने कहा, “प्रधानमंत्री से संवाद मेरे लिए गर्व का विषय है। साइलेज उत्पादन से ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार का नया मार्ग मिला है।”