
नई दिल्ली। देश के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को नवनिर्मित ‘यात्री सुविधा केंद्र’ का निरीक्षण किया। यह अत्याधुनिक स्थायी होल्डिंग एरिया लगभग 7 हजार यात्रियों को एक साथ समायोजित कर सकता है, जिससे स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन और यात्रियों की सुविधा में बड़ी बढ़ोतरी होगी।
इस दौरान मीडिया से बातचीत में रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि नई दिल्ली स्टेशन पर अक्सर यात्रियों की अचानक भीड़ बढ़ जाती है, विशेषकर त्योहारी मौसम में। दो साल पहले यहां एक अस्थायी होल्डिंग एरिया का प्रयोग किया गया था, जिससे यात्रियों को बहुत लाभ हुआ। उसी प्रयोग की सफलता को देखते हुए अब स्थायी ‘यात्री सुविधा केंद्र’ बनाया गया है। यह केंद्र विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए उपयोगी होगा जिनके पास आरक्षित टिकट नहीं हैं। अब ऐसे यात्री सीधे इस होल्डिंग एरिया में आ सकेंगे, जहां उन्हें टिकट खरीदने, बैठने, पीने के पानी, शौचालय और अन्य सुविधाएं एक ही स्थान पर मिलेंगी। अंदर के टिकट काउंटरों को यहां स्थानांतरित किया जा रहा है और नए काउंटर भी खोले जा रहे हैं। इस केंद्र में यात्रियों के बैठने, आराम करने और टिकट खरीदने की पर्याप्त जगह होगी। यहां लगभग 150 से अधिक शौचालय, आरओ आधारित पेयजल, बैठने की सुविधा और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे, लगेज स्कैनर और डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं।
वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह रेलवे को ट्रांसफॉर्म करने का फोकस लिया है, उसी के तहत नई पटरियां, नए स्टेशन, होल्डिंग एरिया, नई ट्रेनें और आधुनिक लोकोमोटिव-कोच का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है। त्योहारों के दौरान यात्रियों की बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेल मंत्री ने बताया कि इस साल छठ और दीपावली के मौके पर रिकॉर्ड संख्या में स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। यह संभव इसलिए हो पाया है क्योंकि रेलवे की क्षमता में काफी बढ़ोतरी हुई है। अब तक 34 हजार किलोमीटर नई पटरियां बिछाई जा चुकी हैं। रेलवे में बड़े पैमाने पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। करीब 1.3 लाख कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है और हाल ही में 18 हजार लोको पायलट्स की भर्ती पूरी हो चुकी है। साथ ही, 12 हजार नए जनरल कोच बनाने का कार्यक्रम चल रहा है, जिनमें से लगभग तीन हजार कोच पहले ही उपयोग में आ चुके हैं।
यह नया यात्री सुविधा केंद्र यात्रियों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने के लिए तीन मुख्य जोनों में विभाजित किया गया है। टिकटिंग एरिया (2,860 वर्गमीटर), पोस्ट टिकटिंग एरिया (1,150 वर्गमीटर) और प्री टिकटिंग एरिया (1,218 वर्गमीटर)। इन तीनों जोनों के माध्यम से स्टेशन के मुख्य द्वार पर यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित कर आरामदायक अनुभव प्रदान किया जाएगा। उत्तर रेलवे द्वारा बनाए गए इस केंद्र में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए सभी आधुनिक इंतज़ाम किए गए हैं। यहां 22 आधुनिक टिकटिंग काउंटर और 25 ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन लगाई गई हैं। 200 यात्रियों के बैठने की क्षमता और 18 हाई-वॉल्यूम लो-स्पीड पंखे लगाए गए हैं। 652 वर्गमीटर में फैला समर्पित शौचालय ब्लॉक है। आरओ आधारित पेयजल सुविधा है। 24 स्पीकर्स वाला सार्वजनिक उद्घोषणा सिस्टम, 3 एलईडी सूचना डिस्प्ले, 7 अग्निशमन इकाइयां, 18 सीसीटीवी कैमरे, 5 लगेज स्कैनर और 5 मेटल डिटेक्टर गेट लगाए गए हैं। इस परियोजना के साथ-साथ फुट ओवर ब्रिज (एफओबी-1) का विस्तार भी किया गया है, जिससे अब ट्रेन से उतरने वाले यात्री सीधे मेट्रो स्टेशन की ओर जा सकते हैं। इससे स्टेशन परिसर में भीड़ कम होगी और मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी मजबूत होगी।
रेल मंत्री ने बताया कि ऐसी ही स्थायी व्यवस्था देशभर के 76 प्रमुख स्टेशनों पर भी की जाएगी, जहां यात्रियों की भारी भीड़ रहती है। नई दिल्ली स्टेशन पर इस सिस्टम का पहला परीक्षण आगामी छठ और दीपावली के दौरान होगा। इसके परिणामों के आधार पर इसे अन्य स्टेशनों पर भी लागू किया जाएगा। मंत्री ने बताया कि आने वाले महीनों में रेलवे की ऑनलाइन सेवाओं की क्षमता भी कई गुना बढ़ाई जाएगी। आईआरसीटीसी की क्षमता फरवरी या मार्च तक लगभग दस गुना बढ़ जाएगी। लोग तेजी से ‘रेलवन’ ऐप की ओर शिफ्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे की प्राथमिकता यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि रेलवे देश के मध्यम और निम्न आय वर्ग के लिए सबसे महत्वपूर्ण परिवहन साधन है। इसलिए हम लगातार उनकी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं।
निरीक्षण के दौरान रेल मंत्री के साथ रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सतीश कुमार, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। अधिकारियों ने यात्री सुविधा केंद्र की योजना, निर्माण और संचालन की विस्तृत जानकारी दी।