
Gonda : बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं का नारा गांवों में जूनियर हाई स्कूल को उच्चीकृत राजकीय हाईस्कूल में बदलकर बुलंद हो रहा है। इसका कारण यह है कि लड़कियां जूनियर के बाद स्कूल न होने के कारण घर बैठ जाती थीं, लेकिन गोंडा में 24 जूनियर हाई स्कूलों को हाईस्कूल में बदले जाने से उन इलाकों की लड़कियों को नवीं और दसवीं कक्षा की शिक्षा मिलने लगी।
ऐसा ही पादरीकृपाल ब्लॉक की ग्राम पंचायत मुडेरवामाफी में उच्चीकृत राजकीय हाईस्कूल में देखने को मिल रहा है। यहां वर्तमान में नवीं और दसवीं कक्षा में 311 बच्चे पढ़ रहे हैं। इस स्कूल को इंटर की शिक्षा की दरकार है। यहां की बीस ग्राम पंचायतों की लड़कियों को नवीं में पढ़ने का अवसर मिल रहा है।
स्कूल में छह कमरे और एक हॉल है, खेल मैदान की आवश्यकता है। प्रधानाचार्य रहे अरुण कुमार तिवारी ने ऐसी नींव रखी है, जहां की व्यवस्थाएं प्रभावशाली हैं। वर्तमान प्रधानाचार्य सरोज पटेल का कहना है कि यहां की लड़कियों को इंटर की शिक्षा के लिए मान्यता दिलाने के प्रयास की जरूरत है।
कौशल मिशन का लाभ लड़कियों को मिल रहा है। डीआइओएस डॉ. राम चंद्र का मानना है कि मुडेरवामाफी राजकीय स्कूल गोंडा जिले में सबसे उत्कृष्ट है।