अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध की नई जंग : ट्रंप ने चीन से आने वाले सभी प्रोडक्ट्स पर लगाया 100% टैरिफ, जानिए कब से होगा लागू

US China Trade War: चीन द्वारा रेयर अर्थ एलिमेंट्स के निर्यात पर सख्त प्रतिबंध लगाने के बाद अमेरिका ने भी सख्त कदम उठाते हुए चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार रात को यह घोषणा की, जो 1 नवंबर 2025 से प्रभावी होगी। इस टैरिफ का असर चीन से अमेरिका में आने वाले सभी उत्पादों पर पड़ेगा, जिनमें सॉफ्टवेयर्स भी शामिल हैं।

चीन के फैसले के जवाब में कड़ा कदम

गौरतलब है कि 9 अक्टूबर को चीन ने रेयर अर्थ एलिमेंट्स, टंगस्टन और मोलिब्डेनम के निर्यात और व्यापार पर नए नियंत्रण लागू कर दिए। इनका इस्तेमाल इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, सेमीकंडक्टर्स, मिसाइल सिस्टम, और अन्य हाईटेक उपकरणों में होता है। अमेरिका का मानना है कि यह कदम उसके तकनीकी और रक्षा क्षेत्र को कमजोर करने की रणनीति का हिस्सा है।

ट्रंप ने चीन की इस नीति को “अघोषित आर्थिक युद्ध” करार दिया और तुरंत ही जवाबी कार्रवाई करते हुए चीन से आने वाले सभी आयातों पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की।

ग्लोबल ट्रेड पर असर तय

नए टैरिफ का असर ग्लोबल सप्लाई चेन पर गहरा पड़ सकता है। अमेरिका और चीन दोनों टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री के बड़े खिलाड़ी हैं। टैरिफ से न केवल सॉफ्टवेयर कंपनियां प्रभावित होंगी, बल्कि हार्डवेयर, स्मार्टफोन, और ऑटोमोबाइल सेक्टर भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।

राष्ट्रपति ट्रंप का रुख सख्त

ट्रंप ने कहा, “अब मेरे पास राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने का कोई कारण नहीं है। जब चीन अमेरिका के लिए आवश्यक रासायनिक तत्वों पर पाबंदी लगाता है, तो हम चुप नहीं रह सकते।” उन्होंने अपने एशिया दौरे के तहत प्रस्तावित चीन यात्रा भी स्थगित कर दी है। हालांकि, उन्होंने मीडिया को दिए बयान में यह भी कहा कि मीटिंग रद्द नहीं की गई है, लेकिन हालात को देखते हुए उसे “माना जा सकता है कि रद्द ही है।”

रेयर अर्थ एलिमेंट्स क्यों हैं अहम?

रेयर अर्थ एलिमेंट्स में 17 रासायनिक तत्व आते हैं, जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, फाइबर ऑप्टिक्स, बैटरियों, डिफेंस रडार सिस्टम और ग्रीन एनर्जी टेक्नोलॉजी में बेहद जरूरी हैं। चीन इनका सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है, और वैश्विक आपूर्ति का 80-90% हिस्सा अकेले चीन से आता है।चीन ने 2000 के बाद से इन तत्वों के उत्पादन और निर्यात पर नियंत्रण कड़ा कर दिया था। अब उसने 1 दिसंबर 2025 से अमेरिका के लिए 12 में से 5 प्रमुख तत्वों पर अतिरिक्त निर्यात नियंत्रण लागू करने का ऐलान किया है।

डोनाल्ड ट्रंप का यह फैसला न केवल चीन को आर्थिक मोर्चे पर सीधी चुनौती है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए संकेत है कि ट्रेड वॉर अब एक नई और तीखी दिशा में बढ़ रहा है। आने वाले महीनों में इसका असर अंतरराष्ट्रीय व्यापार, टेक्नोलॉजी सेक्टर और वैश्विक राजनीतिक समीकरणों पर गहराई से देखा जा सकता है।

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