
नई दिल्ली। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपनी सुरक्षा कैबिनेट की बैठक को स्थगित कर दिया है, ताकि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत कर सकें। यह संवाद गाजा में चल रहे युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के संभावित समझौते पर चर्चा के लिए था।
यह घटना उस वक्त हुई जब नेतन्याहू गाजा में शांति प्रक्रिया को लेकर चल रही वार्ताओं के बीच अपने राजनीतिक कदमों को प्राथमिकता देते हुए तुरंत प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के लिए बैठक को रोक दिया। इस दौरान उन्होंने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने और आगे की रणनीति पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बातचीत के बाद अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट में इस घटना की जानकारी दी। उन्होंने नेतन्याहू को गाजा में चल रही शांति योजना के लिए बधाई दी और कहा कि यह कदम क्षेत्र में स्थिरता लाने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है। पीएम मोदी ने यह भी जोर दिया कि आतंकवाद किसी भी रूप में अस्वीकार्य है, और सभी संबंधित पक्षों से शांति के लिए प्रतिबद्ध रहने की अपील की।
यह बातचीत दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के साथ ही क्षेत्र में शांति और स्थिरता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। गौरतलब है कि गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई को लेकर चल रही बातचीत को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी नजर गड़ाए हुए है।
प्रधानमंत्री मोदी के इस ट्वीट और नेतन्याहू के साथ बातचीत ने यह संकेत दिए हैं कि दोनों देश क्षेत्र में स्थिरता और शांति के लिए अपनी-अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस घटनाक्रम से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही संघर्ष विराम के रास्ते में सफलता मिलेगी और क्षेत्र में शांति स्थापित हो सकेगी।
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