
IPS Puran Suicide : IPS पूरन सुसाइड मामले में हरियाणा पुलिस ने बड़ा कदम उठाते हुए डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत कुल 14 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर आत्महत्या के लिए उकसाने और एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज की गई है। इस कदम को लेकर परिवार का दबाव और मुख्यमंत्री की सक्रियता मुख्य कारण बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने यह कार्रवाई उस समय की है जब पूरन कुमार के परिवार द्वारा लगातार एफआईआर की मांग की जा रही थी। पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनके साथ जातीय भेदभाव किया गया था, जिस वजह से पूरन कुमार ने अपनी जान ली। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में जातीय भेदभाव का आरोप लगाया था। पूरन कुमार की पत्नी ने भी इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी।
जानकारी के अनुसार, पूरन कुमार की मौत के बाद उनके परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया था। परिवार का कहना था कि जब तक सभी आरोपित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की जाएगी, तब तक वह पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे। माना जा रहा है कि एक बेटी, जो अमेरिका में पढ़ाई कर रही थी, वापस आने वाली थी, इसी कारण पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को टाला गया था।
गुरुवार को कुछ अधिकारी उनके घर भी पहुंचे और परिवार से बातचीत की। परिवार ने चेतावनी दी है कि जब तक सभी आरोपित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो जाती, तब तक वे पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे।
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