
Chunar, Mirzapur : चुनार कोतवाली में तीन दिन पहले एक अधिवक्ता के साथ पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने मामले में पुलिसकर्मी के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को न्यायिक कार्य से विरत रहे। तहसील परिसर में चक्रमण कर तहसील व पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यह नौबत तब उत्पन्न हुई, जब ऐबकपुर मोहाना मुहल्ले में स्थित मकान के कब्जेदारी को लेकर अधिवक्ता के भाई दिलीप गुप्ता व भवन खरीददार प्रियंका सिंह के बीच विवाद उत्पन्न हो गया था, जिसमें पुलिस ने दोनो पक्षों के विरूद्ध शांति भंग की कार्रवाई किया था।
मंगलवार की शाम अधिवक्ता दिनेश गुप्ता अपने भाई की ओर से पैरवी करने और जानकारी पुलिस को देने गए थे कि मकान कब्जेदारी के बावत सिविल जज सीनियर डिविजन मीरजापुर की अदालत में मुक़दमा चल रहा है और उसमे न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश भी पारित है। अधिवक्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह बताने के बाद भी पुलिस उनके साथ दुर्व्यवहार की। जानकारी होने पर नव युवक समिति के अध्यक्ष के नेतृत्व में बुधवार को अपराह्न बैठक बुलाई गई, जिसमें एसडीएम राजेश कुमार वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार मिश्रा व सीओ मंजरी राव भी मौजूद रही।
बैठक में अधिवक्ताओं ने दोषी पुलिसकर्मी पर मुकदमा पंजीकृत करने की मांग करते हुए 24 घंटे का समय दिया था, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नही किए जाने पर बृहस्पतिवार को तहसील में चक्रमण कर नारेबाजी किया। जगह जगह चर्चा के अनुसार ताज्जुब तो इस बात की व्यक्त की जा रही है कि सच्चाई तो अधिवक्ताओं को भी पता है, फिर भी धरना प्रदर्शन क्यो।
चक्रमण के दौरान बार के अध्यक्ष अनमोल सिंह, महामंत्री अजय पांडेय, पूर्व अध्यक्ष मुन्नू गुप्ता, राजेश मिश्रा, शीतला प्रसाद यादव, जय कुमार गुप्ता, गजेन्द्र नारायण सिंह, गोविद त्रिपाठी, राजकुमार सिंह, मो0 हदीश, सुनील सिंह, अमरनाथ यादव प्रमुख मौजूद रहे।