
Jhansi : मोंठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली सामने आई है। बुनियादी सुविधाओं के अभाव में मरीजों को इलाज के लिए बाहर का रुख करना पड़ रहा है। बाइक से गिरकर घायल हुए एक बुजुर्ग को प्लास्टर न होने के कारण बिना उपचार के वापस लौटना पड़ा।
जानकारी के अनुसार, ग्राम खिरियाघाट निवासी कृपाराम पुत्र मनीराम कुछ दिन पहले कुम्हरार गांव में बाइक से गिरकर घायल हो गए थे। उनके पैर में गंभीर चोट आई थी। इलाज के लिए कुछ दिन बाद वह मोंठ सीएचसी गए, जहां से उन्हें आगे ट्रॉमा सेंटर भेज दिया गया। ट्रॉमा सेंटर पहुंचने पर जब कृपाराम ने पैर का प्लास्टर कराने की बात कही, तो स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें यह कहकर मना कर दिया कि प्लास्टर के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध नहीं है।
स्वास्थ्य कर्मियों ने मरीज को बाहर की मेडिकल दुकान से सामान खरीदने की सलाह दी। लेकिन कृपाराम ने बताया कि उनके पास एक भी पैसा नहीं था, जिससे वह दवाइयां या प्लास्टर सामग्री खरीद नहीं सके। यह स्थिति तब है जब सरकारी अस्पतालों में प्लास्टर की सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क घोषित की गई है। सामग्री न खरीद पाने की वजह से उन्हें बिना उपचार के ही घर लौटना पड़ा।
स्थानीय मेडिकल स्टोर्स पर प्लास्टर का सामान करीब ₹250 रुपये में मिलता है। ऐसे में गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए यह खर्च उठाना मुश्किल हो जाता है।
इस मामले पर मोंठ सीएचसी के अधीक्षक डॉ. एम.पी. राजपूत ने भी स्थिति को स्वीकार किया। उन्होंने बताया, सीएचसी में फिलहाल प्लास्टर करने के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध नहीं है। इसकी मांग उच्च अधिकारियों से की गई थी, लेकिन अभी तक सामग्री नहीं भेजी गई।
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