
परतावल/महराजगंज : ग्राम सभा बलुआ निवासी श्रीपति देवी पत्नी लालजी कनौजिया को आखिरकार 27 वर्षों बाद उनका अधिकार मिल गया। वर्ष 1998 में मिला पट्टा आज तक कब्जे में नहीं आ पाया था। इस लंबे संघर्ष के बाद जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा के निर्देश पर तहसील प्रशासन ने महिला को उसका वैधानिक अधिकार दिलाया।
जानकारी के अनुसार, श्रीपति देवी का 31 जनवरी 1998 को पट्टा हुआ था, लेकिन कब्जा नहीं मिल पाने के कारण वे लगातार न्याय के लिए दर-दर भटक रही थीं। दर्जनों बार उन्होंने जिलाधिकारी, एसडीएम और तहसीलदार को प्रार्थना पत्र दिए, किंतु कार्रवाई नहीं हो सकी। मामला वर्ष 2023 से दीवानी न्यायालय में भी विचाराधीन था।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य काशी नाथ सिंह के पहल करने पर जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने मामले को गंभीरता से लिया। जिलाधिकारी के आदेश पर तहसीलदार पंकज शाही, नायब तहसीलदार विवेक श्रीवास्तव, थानाध्यक्ष भिटौली मदन मोहन मिश्रा, लेखपाल एवं कानगो अनिल कुमार मिश्रा की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और भूमि पर श्रीपति देवी को विधिवत कब्जा दिलाया।
इस कार्रवाई से ग्रामवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई। लोगों ने जिलाधिकारी व प्रशासनिक टीम के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि यह न्याय की जीत है, जो वर्षों बाद संभव हो सका।