
चंडीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अरविंद खन्ना ने पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार को कर्ज के मुद्दे पर घेरते हुए श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है।
अरविंद खन्ना ने सोमवार को एक बयान में कहा कि पंजाब सरकार गुपचुप तरीके से अगले तीन माह के भीतर 5093 करोड़ रुपये का कर्ज लेने जा रही है। इसी तैयारी हो चुकी है।
खन्ना ने कहा कि आज पंजाब के वित्तीय हालत इस तरह से बिगड़ चुके हैं कि पंजाब सरकार पुराना कर्ज उतारने के लिए नया कर्ज ले रही है और सरकारी संपत्तियों को नीलाम किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी सरकार के मंसूबे किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने देगी।
खन्ना ने कहा कि 5093 करोड़ रुपये की धनराशि राज्य की प्रतिभूतियों की बिक्री के माध्यम से खुले बाजार से जुटाई जाएगी। राज्य सरकार के उधार कैलेंडर के अनुसार अक्टूबर में दो किस्तों में 1500 करोड़, नवंबर में 1,500 करोड़ और दिसंबर में 2093 करोड़ उधार लिए जाएंगे।
इन नए ऋणों के साथ अप्रैल से दिसंबर के बीच राज्य सरकार की उधारी 23,000 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। राज्य सरकार ने अप्रैल और अगस्त के बीच 13,326 करोड़ रुपये जुटाए थे और पिछले महीने अतिरिक्त 4,000 करोड़ रुपये उधार लिए गए थे। अगर यही हालात रहे तो मार्च 2026 तक 4.17 लाख करोड़ कर्ज हो जाएगा। पंजाब के हालात यह हैं कि कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है।
अरविंद खन्ना ने कहा कि पंजाब की पूर्व कांग्रेस सरकार की तरह आम आदमी पार्टी की सरकार भी कर्ज के सहारे सरकार चला रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब के वित्त मंत्री बिना किसी देरी के पंजाब की जनता के सामने तीन साल के दौरान लिए गए कर्ज पर श्वेत पत्र जारी करें। पंजाब विधानसभा के भीतर और बाहर अन्य राजनीति दलों को कर्ज के मुद्दे पर घेरने वाली पंजाब सरकार आज पंजाब की जनता को तीन साल में लिए गए कर्ज पर श्वेत पत्र जारी करके सच्चाई से अवगत करवाए।