
ओडिशा के कटक शहर में दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है। स्थिति को काबू में करने के लिए राज्य सरकार ने कटक के 13 थाना क्षेत्रों में 36 घंटे का कर्फ्यू लागू कर दिया है। यह कर्फ्यू 6 अक्टूबर रात 10 बजे से 7 अक्टूबर सुबह 10 बजे तक रहेगा और भारतीय दंड संहिता की धारा 144 के तहत लगाया गया है।
कर्फ्यू के नियम
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नरसिंह भोला ने बताया कि इस दौरान सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे, लेकिन अस्पताल, स्कूल और कॉलेज खुलेंगे। आवश्यक सेवाओं जैसे दवाखाने, किराना दुकानें और पेट्रोल पंप चालू रहेंगे। पुलिस ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्य प्रभावित इलाके हैं: दरगाह बाजार, मंगलाबाग, पुरिघाट, लाल बाग और जगतपुर।
पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती
शांति बनाए रखने के लिए कटक में 60 पुलिस पलटन तैनात किए गए हैं। इसके अलावा रैपिड एक्शन फोर्स (RAF), बीएसएफ, सीआरपीएफ और ओडिशा स्विफ्ट एक्शन फोर्स की आठ कंपनियां महत्वपूर्ण जगहों और चौराहों पर तैनात हैं।
डीजीपी की अपील
ओडिशा के डीजीपी योगेश बहादुर खुरानिया ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और केवल आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और हिंसा में शामिल असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
सत्ता और विपक्ष की शांति अपील
मुख्यमंत्री मोहन चरण माजी, पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और स्थानीय विधायक नागरिकों से साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
झड़पों की वजह और घटनाक्रम
जानकारी के अनुसार, हिंसा दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच हुई। यह शुरू हुई शुक्रवार रात हाती पोखरी इलाके से, जब कुछ लोग विसर्जन रैली में तेज संगीत से नाराज हो गए। रविवार को वीएचपी की मोटरसाइकिल रैली प्रशासनिक आदेशों की अवहेलना करते हुए निकली, जिससे झड़प दोबारा भड़क गई। पत्थरबाजी, आगजनी और पुलिस की रबर की गोलियों व आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। इस दौरान 25 लोग घायल हुए, जिनमें 8 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। दुकानों और सीसीटीवी कैमरों को नुकसान पहुंचा।
इंटरनेट और सोशल मीडिया बंद
प्रभावित क्षेत्रों में इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स, स्नैपचैट सहित सभी इंटरनेट और मैसेजिंग सेवाएं रविवार शाम 7 बजे से सोमवार शाम 7 बजे तक बंद कर दी गई हैं। प्रशासन ने यह कदम भड़काऊ संदेशों और अफवाहों को रोकने के लिए उठाया है।