
Jhansi : टहरौली तहसील कार्यालय के सामने तीन दिनों से अपनी मांगों को लेकर डटे अनशनकारी वरिष्ठ पत्रकार बाबू सिंह यादव, सुरेंद्र प्रजापति, जाहर यादव, शैलेंद्र यादव और लल्लूराम अहिरवार ने आज पत्रकारों से कहा कि हम लोग अपनी मांगों पर अडिग हैं। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तब तक हम लोग अनशन समाप्त नहीं करेंगे, चाहे इसके लिए हमें अपनी जान भी क्यों न देनी पड़े।
बाबू सिंह यादव ने कहा कि जब तक बुंदेलखंड को राज्य का दर्जा नहीं दिया जाता, तब तक हमारे क्षेत्र का विकास संभव नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि जब मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री झांसी से लोकसभा चुनाव लड़ने आई थीं, तब उन्होंने कहा था कि मुझे सांसद बना दो, मैं तीन साल में बुंदेलखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाऊंगी। आगे उन्होंने कहा कि तीन महीने पहले झांसी सर्किट हाउस में बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय की अध्यक्षता में बुंदेलखंड के विधायकों, सांसदों और एमएलसी की बैठक हुई थी, जिसमें सभी ने कसम खाई थी कि हम संसद भवन और विधानसभा में बुंदेलखंड की मांग उठाएंगे, लेकिन कसम खाने के बावजूद आज तक किसी ने आवाज तक नहीं उठाई।
सुरेंद्र प्रजापति ने कहा कि जनपद की सभी तहसीलों के अपने-अपने ब्लॉक हैं, लेकिन टहरौली तहसील प्रदेश की एकमात्र तहसील है जिसका अपना कोई ब्लॉक नहीं है। यहां की जनता को चार ब्लॉकों में बांटा गया है, जिससे लोगों को 20 से 50 किलोमीटर की दूरी तय कर अपने कार्य कराने पड़ते हैं। इससे क्षेत्र के लोगों का समय और पैसा दोनों बर्बाद होते हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार जल्द से जल्द टहरौली को ब्लॉक का दर्जा दे, ताकि स्थानीय समस्याओं का समाधान हो सके।
जाहर यादव ने कहा कि टहरौली का अपना कोई जनप्रतिनिधि न होने के कारण यहां की समस्याएं विधानसभा में नहीं उठाई जातीं, जिससे टहरौली आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। उन्होंने मांग की कि टहरौली को परिसीमन के बाद सामान्य विधानसभा सीट घोषित किया जाए, ताकि यहां की समस्याओं को विधानसभा में उठाया जा सके और उनका समाधान हो सके।
लल्लूराम अहिरवार ने कहा कि टहरौली यातायात सुविधाओं से काफी वंचित है, जिससे आवागमन में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पारीछा से हमीरपुर होते हुए टहरौली-राठ तक रेलवे लाइन का कार्य शुरू किया जाए, जिससे लोगों को आवागमन में सुविधा मिल सके।
शैलू यादव ने कहा कि टहरौली तहसील बने करीब 30 वर्ष हो गए हैं, लेकिन इसे आज तक नगर पंचायत का दर्जा नहीं मिला है, जिसके कारण बिजली, पानी और नाली जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। उन्होंने कहा कि जनहित में टहरौली को नगर पंचायत का दर्जा दिया जाए।
इस मौके पर डॉ. साहब सिंह बुंदेला, आशाराम कुशवाहा, संजय कुशवाहा, वीरेंद्र लंबरदार, अंकित गौतम, ब्रजेंद्र सोनी, दिनेश शर्मा, देशराज रायकवार, कौशल किशोर, सुनील गुप्ता, एड. घनश्याम यादव सिलोरी, सोवरन, जागेश्वर, शंकर सिंह खंगार, शांत कुमार, राज खटीक, पंकज शर्मा, दिनेश परिहार सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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