
लखनऊ में रहस्यमयी हत्या: मां की हत्या और लूट की गुत्थी बेटे पर आकर अटकी
पीजीआई, लखनऊ। पीजीआई थाना क्षेत्र के बाबू खेड़ा यादव गांव में हुई महिला की हत्या और लूट के मामले की गुत्थी अब और उलझ गई है। मृतका के परिजनों ने जहां मझले बेटे निखिल उर्फ़ गोलू के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, वहीं पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में निखिल दो जगहों पर अकेले जाते हुए दिखाई दिया है। पुलिस अब उसी की तलाश कर रही है।
मामा को किया था फोन — “मुझे बचा लो, ये लोग मार डालेंगे”
घटना के बाद निखिल ने अपने मामा को फोन कर घबराए लहजे में कहा था — “मामा, मुझे बचा लो, ये लोग मार डालेंगे।” इसके बाद उसका फोन बंद हो गया। पुलिस को संदेह है कि निखिल ने ही मां की हत्या की है और खुद को अपहरण का शिकार बताकर भ्रम फैलाने की कोशिश की।
गैस सिलेंडर से सिर पर वार कर हत्या की आशंका
शुक्रवार को 37 वर्षीय रेनू यादव का शव घर में खून से लथपथ मिला। पास में रखे गैस सिलेंडर पर खून के निशान थे, जिससे पुलिस को शक है कि सिर पर सिलेंडर से वार कर हत्या की गई।
सीसीटीवी फुटेज ने पलट दी कहानी
शुरुआत में परिवार ने लूट और अपहरण का मामला बताया, परंतु सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स से कहानी बदल गई। पुलिस को दो अलग-अलग फुटेज में निखिल उर्फ़ गोलू बाइक से आराम से जाते हुए दिखाई दिया। पहली बार वह घर के पास बैग टांगे हुए दिखा, दूसरी बार तेलीबाग चौराहे पर सड़क पार करते हुए। दोनों जगह उसके चेहरे पर न डर था, न घबराहट।
परिजनों के अनुसार, निखिल पर ऑनलाइन लोन चुकाने का भारी दबाव था। घटना के दिन सुबह मृतका के पति रमेश यादव को किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर धमकाया था — “आपके बेटे ने लोन लिया है, नहीं चुकाया तो अंजाम बुरा होगा।”
हत्या के बाद घर से करीब सात लाख रुपये मूल्य के जेवर और नकदी गायब मिले। अलमारी और बक्से टूटे हुए थे, लेकिन किसी बाहरी व्यक्ति के घुसने के साक्ष्य नहीं मिले।
पुलिस का शक हुआ और गहरा
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और कॉल रिकॉर्ड से स्पष्ट है कि घटना के समय घर में केवल रेनू और निखिल ही थे। अपहरण की कहानी तथ्यों से मेल नहीं खाती।
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल के अनुसार, “निखिल फिलहाल फरार है। उसकी तलाश में टीमें लगाई गई हैं। अब तक जांच में किसी बाहरी व्यक्ति की संलिप्तता के साक्ष्य नहीं मिले हैं।”
परिवार सदमे में, पर सवाल भी कई
मां की हत्या के बाद पूरा परिवार गम में डूबा है, पर सबसे बड़ा सवाल यही है — क्या वाकई बेटा ही अपनी मां का कातिल बना?
पुलिस का कहना है कि निखिल के पकड़े जाने के बाद ही इस रहस्यमयी हत्या की गुत्थी पूरी तरह सुलझ सकेगी।