
Bulandshahr : यूपी के जनपद बुलंदशहर में पुलिस ने आशिकी में अंधी हुई कातिल मां के दिल दहला देने वाले षड्यंत्र का खुलासा किया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। पुलिस की निष्पक्ष कार्यवाही के चलते निर्दोष लोग इस षड्यंत्र में फंसने से बच गए। पुलिस द्वारा षड्यंत्र रचने वाली आरोपी मां और उसके प्रेमी को गिरफ्तार करते हुए पूरी घटना का खुलासा किया गया है। आरोप है कि उन्होंने अपनी साढ़े तीन साल की मासूम बेटी की हत्या कर पड़ोस में रहने वाले एक दंपत्ति को हत्या के मुकदमे में फंसाने का षड्यंत्र रचा था।
पूरी घटना का खुलासा करते हुए एसपी ग्रामीण तेजवीर सिंह ने बताया कि 1 अक्टूबर को आरोपी मां सीमा उर्फ लाली ने पुलिस को शिकायत दी थी कि वह जनपद बुलंदशहर के नरोरा थाना क्षेत्र की रहने वाली है और पड़ोस की रहने वाली एक महिला ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर उसकी साढ़े तीन साल की बेटी का अपहरण कर लिया है, जो उसकी हत्या भी कर सकते हैं। इस मामले में पुलिस ने बीएस की धारा 140(2) और 61(2) के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की थी।
जांच के दौरान पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से देखा। घटना की पड़ताल में पता चला कि आरोपी मां सीमा उर्फ लाली ने अपने पड़ोसियों को फंसाने के लिए पूरी साजिश रची थी। उसने अपनी बेटी दिव्यांशी की हत्या कर उसे नहर में फेंक दिया और पड़ोसियों के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करवा दिया।
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ कि सीमा की शादीशुदा जिंदगी में पति की कुछ समय पहले मृत्यु हो चुकी थी। उसके बाद वह अपने प्रेमी जितेंद्र के साथ रहती थी। महिला के तीन बड़े बेटे और एक साढ़े तीन साल की बेटी थी। बेटी की जिम्मेदारी से परेशान होकर आरोपी मां ने एक तीर से दो निशाने साधने का षड्यंत्र रचा।
पुलिस पूछताछ में हत्यारी मां ने बताया कि जब वह काम पर जाती थी तो बच्ची उसे परेशान करती थी। इसी के चलते उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी साढ़े तीन साल की बेटी की हत्या की। उसने पहले बच्ची का मुंह दबाकर हत्या की और फिर शव को गंगा नहर में फेंक दिया। पुलिस की निष्पक्ष कार्यवाही के चलते निर्दोष लोगों की जान बच गई और कलयुगी मां का चेहरा उजागर हो गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने पूर्व नियोजित योजना के तहत फर्जी मुकदमा दर्ज करवाकर अपनी बेटी की हत्या के बाद पड़ोसियों को फंसाने की पूरी साजिश रची थी।
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