
Sonam Wangchuk : पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि ने इस गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इस याचिका में केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय को पक्षकार बनाया गया है। यह याचिका गुरुवार शाम को दाखिल की गई है।
सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि ने अपनी याचिका में अपने पति की गिरफ्तारी को गैर-कानूनी बताया है। उन्होंने कहा है कि एक हफ्ते बाद भी गिरफ्तारी का कोई आधार नहीं मिला है। न ही हमें सोनम की कोई जानकारी मिल रही है। उन्होंने कोर्ट से कहा कि इसलिए, हैबियस कॉरपस (बंदी प्रत्यक्षीकरण) याचिका दाखिल कर तुरंत रिहाई की मांग की है। उन्होंने कोर्ट से अपनी याचिका पर जल्दी सुनवाई करने की भी बात कही है।
सोनम वांगचुक की पत्नी ने कुछ दिनों पहले NDTV से खास बातचीत में कई अहम सवाल उठाए थे। उन्होंने बताया था कि चार साल पहले शुरू हुआ था यह अभियान। गीतांजलि ने आरोप लगाया था कि खुफिया एजेंसियों ने एफसीआरए का गलत इस्तेमाल किया है।
हिंसा भड़काने के आरोप को खारिज किया
सोनम वांगचुक की पत्नी ने सोनम पर हिंसा भड़काने के लगाए गए आरोपों को बिल्कुल खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि सोनम ने हिंसा को रोकने के लिए अपना उपवास खत्म कर दिया था और झड़पों की निंदा की थी। यहां तक कि शोक संतप्त परिवारों ने भी कहा कि यह वांगचुक की गलती नहीं थी।
आगे उन्होंने कहा कि हम न्याय पाने के लिए कानूनी रास्ता अपनाएंगे। हम सोनम वांगचुक पर लगे आरोपों की जानकारी पाने का इंतजार कर रहे हैं। अभी तक अधिकारियों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
बता दें कि लेह में गिरफ्तार किए जाने के कुछ ही दिनों बाद, सोनम वांगचुक को जोधपुर की जेल में भेजा गया था। यहां उन्हें सुरक्षा के साथ रखा गया है। सूत्रों के मुताबिक, वांगचुक को खास निगरानी में लाया गया है। जेल प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए हैं।
24 घंटे सुरक्षा, सीसीटीवी से निगरानी
सूत्रों के अनुसार, जोधपुर की जेल में पहुंचने के बाद सोनम वांगचुक की मेडिकल जांच हुई। उन्हें जेल के हाई सिक्योरिटी वाले वार्ड में रखा गया है। जिस सेल में उन्हें रखा गया है, वहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। यानी, सोनम वांगचुक पर चौबीसों घंटे नजर रखी जा रही है।
देश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक है यह जेल
आपको बता दें कि जोधपुर की सेन्ट्रल जेल को देश की सबसे सुरक्षित जेल माना जाता है। इससे पहले, पंजाब और अन्य जगहों के आतंकियों को भी यहां रखा गया है।
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