Balrampur : बेकाबू ट्रक ने बाइक सवार 6 दोस्तों को रौंदा; 4 की मौत, इनमें से 2 सगे भाई थे, दो की हालत गंभीर, लखनऊ रेफर

Maharajganj Terai, Balrampur : सड़क हादसे में दुर्गा प्रतिमा देखने जा रहे बाइक सवारों को ट्रक ने रौंद दिया। हादसे में दो सगे भाइयों समेत चार की मौत हो गई है, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए लखनऊ रेफर कर दिया गया है।बलरामपुर में कोतवाली नगर क्षेत्र के बलरामपुर उतरौला मुख्य मार्ग पर बुधवार की देर रात तेज रफ्तार ट्रक ने दुर्गा प्रतिमा देखने जा रहे दो बाइक सावरों को रौद दिया है। हादसे में दो सगे भाई समेत चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी है जबकि दो गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इनमें एक का बहराइच व दूसरे का लखनऊ ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है, पुलिस ने चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।घटना कोतवाली नगर क्षेत्र के बलरामपुर उतरौला मुख्य मार्ग पर कांदभारी चौराहा मोड पर देर रात करीब 12 बजे हुई है। थाना महराजगंज तराई के मूडाडीह निवासीगण संजय कुमार वर्मा उम्र 23 वर्ष पुत्र राधेश्याम, गोलू उम्र करीब 17 वर्ष, कल्लू आयु करीब 14 वर्ष पुत्रगण मिठठूलाल, अंकित आयु करीब 17 साल पुत्र राधेश्याम मौर्य व ओरिंद वर्मा आयु करीब 22 वर्ष, दिनेश कुमार मौर्य आयु करीब 22 वर्ष पुत्र निरबाहू मोटरसाइकिल से बलरामपुर दुर्गा प्रतिमा देखने गए थे।

दो मोटरसाइकिल पर तीन-तीन लोग सवार थे। दोनों वाहन चालक बलरामपुर दुर्गा मूर्ति देखने के बाद उतरौला मूर्ति देखने जा रहे थे। कांद भारी चौराहे के पास ट्रक ने दोनों वाहन चालकों को रौंद दिया। जिससे संजय कुमार वर्मा, गोलू, कल्लू, अंकित की मौके पर मौत हो गई। वही ओरिंद वर्मा व दिनेश कुमार मौर्य गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें संयुक्त चिकित्सालय लाया गया। जहां से दोनों को रेफर कर दिया गया। दोनों का इलाज चल रहा है। जिनकी हालत गंभीर है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। गांव में पसरा सन्नाटा इस घटना को लेकर पूरे गांव में मातम छाया हुआ है परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में एक साथ चार लोगों की मौत से पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव के लोगों ने बताया कि आज दशहरे के दिन बड़ी घटना होने के बाद हर आंखें नम है, मृतक के घर पर लोगों के आने-जाने का सिलसिला लगातार बना हुआ है। वही परिवार के लोग इस घटना से सदमे में है। गांव के लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी घटना इससे पहले कभी गांव में नहीं हुई थी और आज दुर्गा मूर्ति का विसर्जन कार्यक्रम भी होना था। लेकिन इस घटना के बाद विसर्जन का कार्यक्रम आज नहीं किया जाएगा। स्थानीय थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी अखिलेश कुमार पाण्डेय व क्षेत्राधिकारी ललिया डी0 के 0श्रीवास्तव घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर मौजूद रहे।

मां की बात मान लेते तो शयाद बच जाती जान

चार दिन पहले राजकोट से वापस आए संजय वर्मा की मां सावित्री देवी व संतोष मौर्य,सीताराम मौर्य की मां गीता देवी का इस घटना के बाद रो रो कर बुरा हाल है। गांव में चल रहे दुर्गा पूजा को देखकर शाम में जब घर वापस आए तो घर से उतरौला दुर्गा प्रतिमा देखने जाने की जिद करने लगे तो माँ ने रात में न जाने के लिए बहुत समझाया लेकिन लोगों ने मां की बात को अनसुना कर दिया और दुर्गा प्रतिमा देखने के लिए दोस्तों के साथ उतरौला चले गए। बच्चों की जिद के आगे मां की बात नहीं चली परंतु होनी को कौन टाल सकता है रात में ही घर वालों को पता चला कि उनके जिगर के टुकड़े की दुर्घटना में मृत्यु हो गई है। मां बहन रिश्तेदार सब दहाड़े मार मार कर रोने लगे।

रिश्तेदार व गांव के लोग एक दूसरे को ढाढस दिला रहे हैं। मृतकों के घर अगल बगल होने के नाते आने जाने वालों का ताता लगा रहा। इस घटना को लेकर पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है दुर्गा प्रतिमा पर पर्दा डाल दिया गया है लोग एक दूसरे से कह रहे हैं कि ईश्वर के आगे किसी का जोर नहीं चलता है और होनी को कोई टाल नहीं सकता परंतु माँ कह रही है अगर बेटों ने बात मान ली होती तो शायद यह घटना नहीं होती और जान बच जाती। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक में से किसी भी बच्चे की शादी अभी नहीं हुई थी। सभी लोग एक दूसरे के घनिष्ठ मित्र थे कहीं भी आना-जाना होता था तो एक दूसरे के साथ में ही जाते थे शायद इसीलिए चारों की मौत भी साथ में हुई है

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