संघ की ज्योति पूरे राष्ट्र को आलोकित कर रही: केशव प्रसाद मौर्य

  • राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-राष्ट्रवाद के एक विराट संकल्प से एक शताब्दी की अखंड साधना तक!

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आज से ठीक सौ वर्ष पहले 1925 में नागपुर में प्रज्ज्वलित हुई संघ की ज्योति आज एक शताब्दी का अखंड प्रकाश बनकर न केवल पूरे राष्ट्र को आलोकित कर रही है, बल्कि समूची दुनिया का ध्यान भी बटोर रही है।

केशव प्रसाद मौर्य ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की सेवा, सेवा से समरसता और समरसता से राष्ट्र-निर्माण – यही इन सौ वर्ष की अनुशासित साधना का मूल है। एक स्वयंसेवक के नाते मैं पक्के तौर पर यह कह सकता हूं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राष्ट्रनिर्माण का वह महायज्ञ है जिसमें करोड़ों स्वयंसेवकों ने अपना जीवन अर्पित कर राष्ट्र को अनवरत नई चेतना व नई दिशा दी है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमा पर संकट हो, आपदा हो या अकाल, बाढ़ हो या महामारी – स्वयंसेवकों की अनवरत सेवा हर बार आशा का एक दीप बनी। श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन के माध्यम से सांस्कृतिक पुनर्जागरण का उद्घोष हुआ और स्वदेशी जागरण मंच के संकल्प से आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त हुआ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने व्यक्ति नहीं, व्यक्तित्व गढ़े। आज संघ की इस पावन परंपरा के उज्ज्वल प्रतीक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं जो भारत की सांस्कृतिक और आर्थिक अस्मिता को वैश्विक पटल पर नया गौरव दिलाने का महती कार्य कर रहे हैं।

केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा कि यह कहने में मुझे कोई अतिशयोक्ति नहीं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारतवर्ष के भविष्य का दीप स्तम्भ है। यह संस्कारों की यात्रा है, राष्ट्र निष्ठा की साधना है और माँ भारती के प्रति अटूट समर्पण की एक अमर गाथा है। विश्व के सबसे बड़े ग़ैर-सरकारी स्वयंसेवी संगठन की एक शताब्दी के इस अमूल्य क्षण का साक्षी बनना मेरे जैसे स्वयंसेवक के लिए गर्व और भावुक होने का सुअवसर है।

समस्त स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!

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