जेल से रिहा होने के बाद छलका इरफान सोलंकी का दर्द, कहा- ‘एनकाउंटर का डर पहले भी था… आज भी है’

Irfan Solanki : कानपुर के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी ने अपने बयान में कहा है कि उन्हें एनकाउंटर का डर अभी भी है, लेकिन उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। उन्होंने 33 महीने जेल में बिताए हैं और अपने पिता हाजी मुश्ताक सोलंकी की कब्र पर फातिहा पढ़ने भी गए। जाजमऊ आवास पर उनके समर्थकों और नेताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और एकजुटता दिखाई।

इरफान सोलंकी ने कहा, “एनकाउंटर का डर पहले भी था, आज भी है। ये सरकार कुछ भी कर सकती है। जेल में अत्याचार हुए हैं। 33 महीने का समय मैंने अल्लाह के भरोसे काटा है। जो भी हो रहा है, अल्लाह देख रहा है, सही सबके सामने आएगा।”

उन्होंने आगे कहा कि पिता हाजी मुश्ताक सोलंकी का कहना था कि जब तक आप सच के साथ हैं, तब तक हर व्यक्ति आपके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने यह भी भरोसा जताया कि उन्हें हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में न्याय मिलेगा।

बुधवार शाम को, इरफान अपने परिवार के साथ चुन्नीगंज स्थित कब्रिस्तान गए, जहां उन्होंने अपने पिता की कब्र पर फूल और चादर चढ़ाकर फातिहा पढ़ा। इस दौरान वो भावुक हो गए। वहां से निकलते समय इरफान ने बुजुर्गों और महिलाओं का हालचाल पूछा।

उनका स्वागत करते हुए पार्टी के समर्थकों और नेताओं ने उन्हें माला पहनाई। जाजमऊ में स्थित उनके आवास पर भी पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा।

विधायक अमिताभ बाजपेई, विधायक मोहम्मद हसन रूमी, महानगर अध्यक्ष फजल महमूद, पूर्व जिलाध्यक्ष मोइन खान, पूर्व प्रत्याशी सम्राट विकास समेत कई नेताओं ने इरफान का गर्मजोशी से स्वागत किया। बाजपेई ने कहा, “इतने कठिन दौर के बाद भी इरफान का हौसला, सादगी और क्षेत्र के प्रति समर्पण वही का वही है। जनता की सेवा का हमारा संकल्प अटल है।”

इसके अलावा, सीसामऊ विधानसभा चुनाव के प्रभारी व पूर्व एमएलसी सुनील साजन ने फोन पर इरफान से बात कर उनका ख्याल जाना।

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