
प्रयागराज। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से जुड़ा शंकरगढ़ का विजयदशमी पर्व आज से पूरे उल्लास और श्रद्धा के साथ आरंभ हो रहा है। राजभवन परिसर स्थित कोठी में परंपरा के मुताबिक आज आवाम अपने राजा को नजराना पेश करेगी।
यह अद्भुत परंपरा सदियों से चली आ रही है, जब हर साल विजयदशमी के अवसर पर दूर-दराज़ से आए लोग अपने राजा के सम्मान में भेंट अर्पित करते हैं।आज का दिन पूरे क्षेत्र के लिए खास है। हजारों की तादाद में ग्रामीण, कस्बाई और शहरी लोग कोठी पहुंचकर इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे।
राजभवन परिसर में तीन दिनों तक चलने वाले इस भव्य मेले में पहले दिन ग्रामीण अंचल की भीड़ उमड़ेगी, दूसरे दिन देहात की रौनक छाएगी और तीसरे दिन बाजार की चहल-पहल देखने को मिलेगी।मेला स्थल पर दुकानों की कतारें, झूले, लोक मनोरंजन और परंपरागत व्यंजन माहौल को और अधिक जीवंत बना देंगे।

हालांकि, बीच-बीच में हो रही बारिश आयोजकों और श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ा रही है, क्योंकि मौसम की हलचल मेले की रौनक पर असर डाल सकती है।इसके बावजूद शंकरगढ़ की मिट्टी में रची-बसी इस परंपरा के आगे हर बाधा छोटी नज़र आती है। आज का दिन न सिर्फ राजा और प्रजा के बीच की अमिट डोर का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक गौरव का भी प्रतीक है।
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