
बरेली हिंसा : जुमे की नमाज़ के बाद बरेली में ‘I Love Muhammad’ पोस्टर विवाद के बीच जो हिंसा हुई, अब प्रशासन की तरफ से एक के बाद एक आरोपियों पर कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने कई अवैध निर्माणों को तोड़ा है, और ड्रोन वीडियो जारी कर उपद्रवियों की पहचान तेज़ की है। एनकाउंटर के बाद शहजहांपुर के रहने वाले इदरीस और इक़बाल को गिरफ्तार किया गया है, साथ ही मौलाना तौकीर रज़ा की भी गिरफ्तारी हुई है।
पुलिस का कहना है कि कुछ आरोपियों ने भीड़ जुटाने, पुलिस की बंदूक छीनने और फायरिंग की कोशिश की। आइए जानते हैं कि इस केस में अब तक जिन 5 लोगों को पकड़ा गया है, वे कौन हैं।
मौलाना तौकीर रजा खान
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा को पुलिस ने रविवार को पकड़ा है। पुलिस ने उन्हें 26 सितंबर की हिंसा का मुख्य आरोपी बताया है और कई FIR में उनका नाम है। उनके रिश्तेदार मोहसिन रज़ा से जुड़े एक ई-रिक्शा चार्जिंग सेंटर पर भी कार्रवाई हुई है। प्रशासन का कहना है कि भीड़ जुटाने की योजना पहले से थी और नमाज़ के समय लोगों को इस्लामिया ग्राउंड की ओर मोड़ा गया था।
नदीम ख़ान
पुलिस के मुताबिक नदीम ख़ान तौकीर रज़ा का करीबी है और भीड़ जुटाने में मदद कर रहा था। पुलिस ने कहा है कि हिंसा से पहले संदेश भेजकर लोगों को एक साथ लाया गया। नदीम पहले से जेल में है। प्रशासन ने ड्रोन वीडियो और अन्य सबूतों के आधार पर आरोपियों की पहचान की है और कहा है कि बाहर से भी लोग हिंसा में शामिल थे। नदीम इन सबसे मुख्य रूप में आता है।
डॉ. नफ़ीस खान
नफ़ीस खान तौकीर रज़ा के करीबी बताए जाते हैं। पुलिस ने बुधवार को उनके बेटे फ़रमान समेत उन्हें भी पकड़ा है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी से पहले मुठभेड़ हुई, जिसमें नफ़ीस और फ़रमान घायल हो गए। पुलिस ने कहा है कि अभी भी कई लोगों की तलाश जारी है, और वीडियो सबूतों से और आरोपियों को पकड़ने का काम किया जा रहा है। आरोप है कि इन लोगों ने भीड़ जुटाने, रास्ता तय करने और सोशल मीडिया पर संदेश देने में मदद की है।
इदरीस उर्फ़ बोरा
इदरीस को एनकाउंटर के बाद पकड़ा गया है। पुलिस के मुताबिक, बरेली हिंसा के दौरान उसने एक पुलिस वाले से बंदूक छीन ली थी। बुधवार को बुण्डिया नहर के पास पुलिस ने उसे पकड़ लिया। उसके पास से सरकारी हथियार, दो देसी पिस्तौल, कारतूस, बाइक और मोबाइल मिले हैं। पुलिस का कहना है कि इदरीस पर चोरी-डकैती और हथियारों के केस हैं। पूछताछ में पता चला है कि उसे नदीम ने बुलाया था और वह पुलिस पर हमला करने में शामिल था। उसे अस्पताल में भर्ती कर जेल भेजा गया है।
इक़बाल उर्फ़ बुंदन खान
इक़बाल को भी उसी एनकाउंटर में पकड़ा गया है। उसके खिलाफ 17 से ज्यादा केस हैं, और वह भी हिंसा के समय मौजूद था। जब्त सामान में दो देसी तमंचे, कारतूस और लूटी गई बंदूकें मिली हैं। पुलिस का कहना है कि बाहरी लोग भीड़ में घुसे थे और पुलिस पर हमला किया था। वीडियो से पता चला है कि दोनों को गोली लगी थी, और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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