Bareilly : मौलाना तौकीर रजा को घर में पनाह देने वाले फरहत की बेटियां बोली- ‘हमारे घर पर न चलाएं बुलडोजर’

Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हुई हिंसा के बाद जिले का माहौल गर्म हो गया है। इस हिंसा के मुख्य आरोपी, इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (IMC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मौलाना तौकीर रजा खानदान से ताल्लुक रखते हैं और लंबे समय से धार्मिक व राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, उनका नाम हिंसा भड़काने और विवादित बयान देने के सिलसिले में सामने आया था।

इस मामले में बरेली के रहने वाले फरहत का भी नाम सामने आया है। फरहत पहले तौकीर रजा की पार्टी से जुड़े थे और कुछ समय तक राजनीतिक गतिविधियों में भाग भी लिया था। हालांकि बाद में उन्होंने पार्टी से दूरी बना ली थी। बावजूद इसके, पुराने खानदानी रिश्ते और संपर्क के चलते उनका संबंध बना रहा। जब हिंसा के बाद तौकीर रजा पर कार्रवाई तेज हुई, तो पुलिस का मानना है कि उन्हें फरहत के घर में शरण दी गई। इसी कारण, फरहत और उसके बेटे को भी आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया है।

फरहत की बेटियों ने इस मामले को लेकर आज प्रशासन से शिकायत की। टीवी9 डिजिटल से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनके पिता का तौकीर रजा से पहले जुड़ाव जरूर था, लेकिन बाद में अलगाव हो गया था। बेटियों का कहना है कि वे अपने घर पर मौलाना का स्वागत कर रहे थे क्योंकि वह दरगाह आला हजरत खानदान से ताल्लुक रखते हैं और पुरानी जान-पहचान के कारण ऐसा किया था। उन्हें यह भी नहीं मालूम था कि इस संबंध में उन्हें आरोपी बनाया जाएगा।

फरहत की दोनों बेटियां सोमवार को बरेली के डीएम कार्यालय पहुंचीं और अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा कि उन्हें डर है कि उनके घर पर बुलडोजर चलाया जा सकता है। उनका आरोप है कि बिजली पहले ही काट दी गई है, और अब वे मुख्यमंत्री से गुहार कर रही हैं कि उनके घर पर कोई कार्रवाई न की जाए।

बुलडोजर के डर के बीच, घर में तनाव का माहौल है। बेटियों का कहना है कि उनके परिवार का कोई कसूर नहीं है और केवल इस वजह से कि मौलाना उनके घर आए थे, उन्हें आरोपी बना दिया गया है। उनका तर्क है कि उनके पिता का तौकीर रजा की राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं रहा, बावजूद इसके, पूरे परिवार को निशाने पर लिया जा रहा है।

बरेली पुलिस और प्रशासन हिंसा मामले में कड़ी कार्रवाई कर रहा है। तौकीर रजा को जेल भेजने के साथ ही, उन सभी लोगों पर भी कार्रवाई की जा रही है, जिन पर हिंसा भड़काने या शरण देने का आरोप है। फरहत और उसके बेटे को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। अब सवाल उठता है कि घर पर बुलडोजर चलाने की प्रक्रिया कब शुरू होगी। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस यह जांच कर रही है कि हिंसा में तौकीर रजा की मदद किस तरह से हुई और वह किन घरों में शरण लिए हुए थे। इसी कारण, फरहत का परिवार इस समय जांच के घेरे में है।

बरेली हिंसा के बाद, मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी ने पूरे प्रदेश का ध्यान खींचा है। फरहत और उनके परिवार को इस गिरफ्तारी की आंच झेलनी पड़ रही है। बेटियों ने बार-बार अपनी बेगुनाही साबित करने की कोशिश की है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि उनके घर पर बुलडोजर न चलाया जाए।

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