Mirzapur : अवैध धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश, 5 आरोपी गिरफ्तार

  • तमिलनाडु मिशनरी का फील्ड इंचार्ज पकड़ा गया

Mirzapur : अहरौरा थाना क्षेत्र में हिंदू धर्मावलंबियों को शैतानी शक्तियों से मुक्ति और आर्थिक मदद का प्रलोभन देकर ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के आरोप में पुलिस ने पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।

गिरोह आर्थिक रूप से कमजोर, पिछड़े और आदिवासी वर्ग को निशाना बनाता था। मुख्य आरोपी तमिलनाडु की इंडियन मिशनरीज सोसाइटी तिरुनेलवेली का फील्ड इंचार्ज देव सहायम डैनियल राज है, जो जुलाई 2025 से अहरौरा और नौगढ़ (चंदौली) क्षेत्र में सक्रिय था।

गिरफ्तारी का विवरण:

शिकायत और जांच: वादी इंद्रासन (पुत्र प्रेमचंद्र, निवासी कंचनपुर, थाना अहरौरा) की तहरीर पर अपराध संख्या 230/25, धारा 3/5(1) उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन निषेध अधिनियम 2021 के तहत देव सहायम डैनियल राज (निवासी टी.एन. कुदकुड़ी, थाना पुलियनगुड़ी, जनपद तेनकासी, तमिलनाडु) और मिथिलेश कुमार कोल (पुत्र रमाशंकर कोल, निवासी भरौली, थाना रॉबर्ट्सगंज, सोनभद्र) के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। जांच अधिकारी (उनि आशीष कुमार सिंह, थाना अहरौरा) ने मौके पर छापा मारा।

चर्च में कार्रवाई: जांच में पाया गया कि सेन्ट माइकल चर्च, सरिया (थाना अहरौरा) में लोगों को एकत्र कर प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया जा रहा था। पूछताछ में देव सहायम डैनियल राज ने कबूल किया कि सोसाइटी ने उसे अहरौरा का फील्ड इंचार्ज बनाकर भेजा था। वह जुलाई 2025 से काम कर रहा था, पहले मधुपुर (सोनभद्र) में था। क्षेत्र में डेढ़ वर्ष से कोई फील्ड इंचार्ज नहीं था, क्योंकि पुलिस ने अवैध चर्चों को ध्वस्त कर मुकदमे दर्ज किए थे।

गिरोह का काम करने का ढंग : आरोपी शैतानी शक्तियों से मुक्ति के नाम पर चंगाई प्रार्थना सभाएं आयोजित करते थे। गाँव-गाँव प्रचारकों के जरिए लोगों को जोड़ते, आर्थिक मदद देते और यीशु के चमत्कार दिखाकर भय व प्रलोभन से धर्मांतरण कराते। महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई सिखाने के बहाने जोड़ा जाता, बाइबिल दी जाती और गीत गाने को प्रोत्साहित किया जाता। डैनियल के अधीन 8 ईवेंजेलिस्ट (प्रचारक) थे, जिन्हें सोसाइटी से वेतन-भत्ता और प्रार्थना सभा के लिए धन मिलता था। ये प्रचारक निर्बल वर्ग को टारगेट करते थे।

गिरफ्तार अभियुक्त:

  1. देव सहायम डैनियल राज (तमिलनाडु) – मुख्य आरोपी, पूर्व में भी मुकदमा (मु0अ0सं0-244/2023, धारा 3/5(1) धर्मांतरण निषेध अधिनियम, 447 भादवि, 41/42 वन अधिनियम)।
  2. मिथिलेश कुमार कोल (सोनभद्र)।
  3. ओमप्रकाश (पुत्र स्व. लालबहादुर, निवासी रजौली, थाना अदलहाट)।
  4. पारस सोनकर (पुत्र कल्लू सोनकर, निवासी अनगढ़ रोड, पुरानी अंजही, थाना कोतवाली कटरा)।
  5. थामस राम सेवक (पुत्र स्व. रामजीत, निवासी करवदिया, थाना चकिया, चंदौली)।

बरामद सामग्री:

  • सैलरी/वेतन भत्ता रजिस्टर, खर्चा रजिस्टर।
  • डोनेशन रजिस्टर, धर्मांतरण में संलिप्त व्यक्तियों का डेटा और रजिस्टर।
  • 4 मोबाइल फोन, 1 लैपटॉप, 1 DVR (डिजिटल साक्ष्य सहित)।

पुलिस टीम:

  • प्रभारी निरीक्षक सदानंद सिंह (थाना अहरौरा)।
  • उनि आशीष कुमार सिंह।
  • चौकी प्रभारी अहरौरा नगर राजीव कुमार सिंह।
  • प्रभारी SOJG मानवेंद्र सिंह (सर्विलांस सेल) सहित टीम।

एसपी सोमेन बर्मा ने बताया कि गिरोह ने 70 से अधिक लोगों का धर्मांतरण कराया था। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के खिलाफ सतत अभियान का हिस्सा है, जहां हाल में आगरा, बलरामपुर, प्रतापगढ़ जैसे जिलों में भी इसी तरह के रैकेट पकड़े गए।

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