
Prashant Kishor : पटना में मंत्री अशोक चौधरी पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उनकी बेटी और सांसद शांभवी चौधरी ने सोमवार को प्रसांत किशोर (पीके) पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि पीके व्यक्तिगत रूप से हमले कर रहे हैं और उनकी सास का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।
शांभवी चौधरी ने कहा कि चुनाव के दौरान मीडिया में बने रहने के लिए लोग ऐसे आरोप लगाते हैं। वह पटना में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात कर रही थीं।
उन्होंने कहा, “पीके अब मामले में मेरी सास को भी घसीट रहे हैं। व्यक्तिगत आरोप लगा रहे हैं। सबको पता है कि मेरी सास का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। जो ट्रस्ट का नाम ले रहे हैं, वह मेरे ससुर स्व. किशोर कुणाल के विचारों से बना है। मेरा उस ट्रस्ट से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन जल्द ही प्रशांत किशोर को ट्रस्ट के सदस्य जवाब देंगे।”
वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी प्रशांत किशोर के आरोप का जवाब देते हुए कहा, “कोई ऐसी कंपनी जिसकी पूंजी 10 लाख की भी नहीं है, वह 10 करोड़ का चंदा कैसे दे सकती है? पीके के पास पटना के पाटलिपुत्र इलाके में 32 करोड़ की जमीन कैसे आ गई? सबका हिसाब होगा।”
सम्राट चौधरी ने कहा कि 1995 में उन्हें जेल में डाला गया था, जब लालू यादव के गुंडों और पुलिस ने उनके घर के कुएं में पेशाब कर दिया था। उनके परिवार के 22 सदस्यों को जेल में डाला गया। उस वक्त नीतीश कुमार उनके समर्थन में पैदल चले थे और आंदोलन किया था।
शिल्पी गौतम हत्याकांड
उन्होंने शिल्पी गौतम हत्याकांड की जांच सीबीआई के माध्यम से की जा रही है, और उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है कि इसमें क्या हो रहा है।
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