पटाखा फैक्ट्री विस्फोट : कल्यानपुर थानाध्यक्ष को सजा तो धाता को माफी क्यों ? एक जैसी घटना में दो तरह का नजरिया बना….

  • एक जैसी घटना में दो तरह का नजरिया बना चर्चा का विषय !
  • एसपी ने कल्याणपुर थानाध्यक्ष शैलेश सहित चार को किया है निलंबित !

विवेक मिश्र

फतेहपुर । कल्यानपुर थाना क्षेत्र के रेवाड़ी खुर्द गांव में पटाखा बनाते समय हुए विस्फोट के बाद पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने थानाध्यक्ष कल्यानपुर समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर लापरवाही बरतने वालों के लिए सख्त संदेश दिया। मगर, उनकी यह कलम कुछ दिन पहले धाता में हुए धमाके पर क्यों खामोश रही, यह सवाल अब विभागीय गलियारे की चर्चा से बाहर निकलकर आया है। एक जैसी घटना में दो तरह का नजरिया बेहद ही संदेहास्पद और संवेदनशील है। फिलहाल मामला जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है।

बता दें कि दीपावली आने से पहले ही विभागीय अधिकारियों द्वारा अवैध तरीके से पटाखा बनाने वालों की जांच, लाइसेंसधारियों के घर व गोदाम की जांच के निर्देश दिए जाते है। इस निर्देश के क्रम में खानापूर्ति के लिए जांच भी खूब की जाती है।

बावजूद इसके 13–14 सितम्बर की रात धाता कस्बे में बड़ी मस्जिद के पास रहने वाले मोहम्मद इरफान के मकान में पटाखा बनाते समय विस्फोट होता है। इसमें मोहम्मद इरफान की मां महरुननिशा (65) की मौत हो जाती है जबकि दो बच्चे घायल हो जाते हैं। जांच के दौरान यह पाया गया कि मोहम्मद इरफान के दिवंगत पिता मोहम्मद अहमद के नाम पर पटाखा बनाने का लाइसेंस था, जो उनकी मृत्यु के बाद नवीनीकरण की प्रक्रिया में निरस्त हो गया था। इस घटना के बाद मां की मौत होने के बाद भी दूसरे दिन ही पुलिस ने इरफान के खिलाफ मुकदमा दर्जकर उसे जेल भेजने की कार्यवाही की थी, जो फिलहाल जिला कारागार में निरुद्ध है।

गौर करने वाली बात यह है कि इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह द्वारा न तो थानाध्यक्ष योगेश कुमार, कस्बा प्रभारी व सम्बन्धित अन्य बीट के कर्मचारियों को निलंबित किया गया और न ही इस लापरवाही पर किसी प्रकार की विभागीय जांच के निर्देश दिए गए। हादसा हुआ और इरफान को गिरफ्तार किया गया। इसके विपरीत कल्यानपुर थाना क्षेत्र के रेवाड़ी खुर्द गांव में इसी तरह की घटना की पुनरावृत्ति सोमवार 29 सितंबर को हुई। यहां पर पटाखा बनाते समय विस्फोट होने से आतिशबाज नूर मोहम्मद (55), उसकी बेटी तायबा (20) की मौत हो गयी जबकि नूर मोहम्मद का लड़का अली शेर उर्फ शेरू झुलसकर घायल हो गया। जांच के दौरान पाया गया कि नूर मोहम्मद की पत्नी हसीना के नाम पर पहले गांव के बाहर पटाखा बनाने का लाइसेंस था जो इस वर्ष रिन्यूवल नहीं हुआ है। बावजूद इसके नूर अहमद द्वारा घर में चोरी-छिपे पटाखा बनाया जा रहा था। इस धमाके के बाद पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने बिना किसी लेट लतीफी के थानाध्यक्ष शैलेश सिंह, बीट प्रभारी दरोगा सौरभ शर्मा व बीट के सिपाही हेड कांस्टेबल देवनारायण सरोज व सिपाही बांके बिहारी को निलंबित कर जांच के निर्देश जारी कर दिए। एक ही तरह की घटना में केवल कल्यानपुर पुलिस स्टाफ को सजा देने और धाता थाने के स्टाफ को माफी देने का यह मामला बहुत ही चर्चा में है।

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– थानाध्यक्ष धाता पर मेहरबान क्यों है साहब !

फतेहपुर । कल्यानपुर और धाता थाना क्षेत्र में एक जैसी घटना और कार्यवाही की बात को एक तरफ रखकर देखें तो पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह, एसओ धाता पर काफी मेहरबानी बनाए हुए है, जबकि धाता एसओ योगेश कुमार की विभागीय ख्याति बहुत अच्छी नहीं है। उनके खिलाफ शिकायतकर्ताओं ने न्यायालय तक का दरवाजा खटखटाया है, एक एफआईआर भी उनके ऊपर दर्ज है। इनका एक मामला हाईकोर्ट में भी है जिसमें तत्कालीन एसपी को हाईकोर्ट में जवाब भी देना पड़ा, बावजूद इसके उन्हें थानाध्यक्ष बनाए जाने को लेकर भी पुलिस अधीक्षक काफी चर्चा में रहे हैं !

मामले को लेकर सीओ खागा बृजमोहन राय ने बताया कि धाता में पटाखा फैक्ट्री विस्फोट के मामले में थानाध्यक्ष की कोई जांच नहीं चल रही।

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