
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने 1992 बैच के होनहार आईएएस अधिकारी राजीव वर्मा को दिल्ली सरकार का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। बता दें कि आज धर्मेंद्र कुमार का सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन स्थान पर 1 अक्टूबर से नए आईएएस अधिकारी राजीव वर्मा अपना कार्यभार संभालेंगे। सूत्रों के अनुसार, 1992 बैच के अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम-केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के राजीव वर्मा के लिए दिल्ली सरकार में नई भूमिका एक तरह से घर वापसी की है। दिल्ली सरकार में पहले भी कई प्रमुख विभागों में आईएएस राजीव वर्मा अपनी सेवाएं दे चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल के दौरान 2018 से 2022 के बीच वित्त और राजस्व सचिव के रूप में कार्य कर चुके हैं, उन्होंने परिवहन विभाग में परिवहन आयुक्त और मंडल आयुक्त जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं। केंद्र सरकार द्वारा आईएएस वर्मा को रक्षा, बिजली और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालयों में सचिव और अतिरिक्त सचिव स्तर के पदों पर भी बेहद तरीके से अपनी भूमिका निभा चुके हैं। बता दे दिया 2017-18 तक दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) में आवास और शहरी मामलों के प्रधान आयुक्त के रूप में कार्य किया है।
इस दौरान 2012 बैच के नवनियुक्त एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नवीन एसएल ने बताया कि आईएएस राजीव वर्मा दिल्ली के लिए नए आईएएस अधिकारी नहीं हैं, उन्हें राजधानी में शासन का व्यापक अनुभव है। पदभार ग्रहण करने के बाद मुख्य चुनौती यमुना की सफाई और पुनरुद्धार होगी, जिस पर केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर भाजपा सरकार की कड़ी निगरानी रहेगी। विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय और प्रदूषण नियंत्रण मानदंडों का सख्ती से पालन करना बेहद जरूरी होगा। आईएएस अधिकारी एस एल ने बताया कि दिल्ली के बुनियादी ढांचे में सुधार पर भी ध्यान केंद्रित करना होगा, जिसमें अपशिष्ट निपटान और जल आपूर्ति शामिल है, जो गुणवत्ता को सीधे प्रभावित करते हैं। दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को भी मजबूत करना होगा, साथ ही शहरी विकास को बढ़ावा देना ऐसे अन्य क्षेत्र हैं, जहां उनके नेतृत्व की परीक्षा होगी।
आईएएस अधिकारी राजीव वर्मा अपनी तीन दशक से अधिक लंबी सेवा के दौरान ही केंद्र और राज्य दोनों सरकारों में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। दिल्ली सरकार में शीर्ष नौकरशाह के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में प्रशासक के सलाहकार और मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत थे, साथ ही पुडुचेरी के मुख्य सचिव भी रह चुके हैं। अरुणाचल प्रदेश में भी वह मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत रह चुके हैं।