
महाराष्ट्र में लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात बेहद खराब कर दिए हैं। मराठवाड़ा क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां पिछले 24 घंटों में दो लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 11,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बारिश से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मुंबई, ठाणे, रायगढ़, पालघर और रत्नागिरी में बड़े पैमाने पर जलभराव हो गया है। कई गांवों का संपर्क टूट गया है और निचले इलाके पूरी तरह डूब गए हैं।
सरकार और प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। स्थिति को देखते हुए राज्य प्रशासन को 30 सितंबर तक हाई अलर्ट पर रखा गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज के लिए भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है और सोमवार को भी बारिश जारी रहने की संभावना जताई है। अधिकारियों की टीमें माइक से गांव-गांव में लोगों को चेतावनी दे रही हैं और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रही हैं। सेना और एनडीआरएफ की टीमें भी अलर्ट पर हैं।
ठाणे और पालघर जिलों में कई मकान गिर गए और कई क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। नासिक में भारी बारिश के कारण गोदावरी नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। महाराष्ट्र सरकार ने जिला प्रशासन को 24 घंटे नियंत्रण कक्ष चालू रखने और निचले इलाकों में पानी निकालने के लिए पंप लगाने के निर्देश दिए हैं।
भारी बारिश को देखते हुए मुंबई, पालघर और कई अन्य जिलों में आज स्कूल और कॉलेज बंद रखे गए हैं। सरकार ने साफ किया है कि स्कूल खोलने का निर्णय मौसम की स्थिति के अनुसार लिया जाएगा।