
- जालौन पुलिस द्वारा जांच में लापरवाही बरतने पर जालौन पुलिस अधीक्षक ने बड़ा एक्शन लिया है। जांच में लापरवाही बरतने पर तत्कालीन कालपी कोतवाल समेत दो पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं।
Jalaun : कालपी कोतवाली क्षेत्र के छौंक गाँव में धोखाधड़ी से करोड़ों की जमीन का बैनामा कराए जाने के मामले में जांच के दौरान आरोपियों को गलत ढंग से दोषी पाया गया। इस मामले में 2 निरीक्षकों की भूमिका संदिग्ध पाई गई। इनमें कालपी कोतवाली के वर्तमान प्रभारी निरीक्षक परमहंस तिवारी शामिल हैं, जिन्हें पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, छौंक गांव निवासी महिला विद्यावती की जमीन के मामले में यह जालसाजी की गई थी। आरोपियों ने विद्यावती के नाम से आधार कार्ड और अन्य फर्जी दस्तावेज बनाकर दूसरी महिला को रजिस्ट्री दफ्तर में खड़ा कर दिया और उसके जरिये विद्यावती की जमीन अपने नाम करा ली।
इस मामले की विवेचना दो निरीक्षकों ने की थी, जिनमें परमहंस तिवारी के अलावा मोहम्मद अशरफ भी शामिल थे। मोहम्मद अशरफ का तबादला झांसी हो चुका है। एसपी ने झांसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को उनके खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है।