दीपावली से पहले बाजारों में स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक लाइटों और झालरों की धूम

कानपुर। दीपावली का पर्व नजदीक है। ऐसे में रोशनी का प्रतीक कहे जाने वाले इस त्योहार को लेकर लोग घरों, दुकानों और कार्यालयों में सजावट करने के साथ-साथ रोशनी भी करते हैं। शहर में 50 करोड़ रूपये से अधिक की इलेक्ट्रिक लाइटों और झालरों का व्यापार होता है। मनीराम बगिया बाजार जहां एक से बढ़कर एक रंग बिरंगी लाइटें और झालरें ग्राहकों का ध्यान आकर्षित कर रहीं हैं। दुकानदारों की माने तो इस बार चाइनीज के मुकाबले स्वदेशी माल की डिमांड बढ़ी है। जिनकी कीमत 35 रुपये से लेकर दो हजार रुपये तक है।

एक समय था जब चाइनीज लाइटें और झालरें सस्ती होने की वजह से काफी तेजी से बिकती थीं। हालांकि सस्ती होने की वजह से वह जल्दी खराब भी हो जाती थीं। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए देशी कंपनियों ने कम बिजली खर्च करने वाले, सुंदर और टिकाऊ प्रोडक्ट्स बाजार में उतारे हैं। जो ग्राहकों को काफी लुभा रहे हैं। वैसे तो मनीराम बगिया बाजार इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए जाना जाता है। जहां रोजाना लाखो रुपये का व्यापार होता है लेकिन दीपावली के अवसर पर ग्राहकों की भीड़ कई गुना बढ़ जाती है।

मनीराम बगिया स्थित झालर विक्रेता दीपक गुप्ता ने बताया कि करीब एक महीने पहले से ही माल का स्टॉक दुकानदार कर चुके हैं। जिनमें छोटे बल्बों की झालरों से लेकर उच्चतम क्वालिटी की रिमोट से चलने वाली मल्टी कलर झालरें भी मंगवाई गई है। इसके अलावा डिजिटल झरना, मल्टी कलर ट्यूब रनिंग झालर जबकि एलइडी लाइट की सबसे ज्यादा डिमांड है। जिनकी शुरुआती कीमत 35 रुपये से लेकर 2500 रुपये तक मौजूद है।

वहीं विक्रेता सोहेल अंसारी ने बताया कि इस बार इलेक्ट्रॉनिक दीयों को भी ग्राहक काफी पसंद कर रहे हैं। जो बिजली या सेल के बजाय दो बूंद पानी से डालने से जलने लगते हैं। आगे उन्होंने बताया कि ग्राहकों को लुभाने के लिए दुकानदारों ने दुकानों के बाहर कई तरह की झालरों को भी सजा रखा हैं। जिसे देखकर ग्राहक आकर्षित ही रहे हैं। मनीराम बगिया बाज़ार में शहर की नहीं बल्कि आस-पास के जिलों से भी छोटे बड़े दुकानदार में खरीदारी करने आते हैं। अंत में व्यापारियों ने खुद लोगों से अपील करते हुए कहा कि चाइनीज लाइटें खरीदने से अच्छा है कि वह स्वदेशी माल खरीदे जिससे इसका सीधा लाभ हमारे देश को हो।

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