
New Delhi : ईरान सरकार के खुफिया मामलाें के मंत्रालय ने इजरायल के परमाणु और सैन्य कार्यक्रमों से जुड़े विभिन्न गोपनीय दस्तावेजों काे सार्वजनिक कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह खुलासा ‘स्पाइडर का अड्डा’ नामक डॉक्यूमेंट्री में किया गया है। इसे 25 सितंबर की रात इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग के जरिए प्रसारित किया गया।खुफिया मामलों के मंत्री इस्माइल खतीब ने डॉक्यूमेंट्री में बताया है कि कि ईरानी खुफिया एजेंसी ने इजरायल के शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और वरिष्ठ प्रोजेक्ट मैनेजरों की विस्तृत जानकारी हासिल की है जिसमें परमाणु सुविधाओं और रक्षा योजनाओं से जुड़े हजारों दस्तावेज शामिल हैं।
डॉक्यूमेंट्री में इजरायली वैज्ञानिकों के पासपोर्ट की प्रतियां, सैन्य स्थलों के स्थान और दिमोना रिएक्टर के अंदर की कथित फुटेज दिखाई गई। खतीब ने दावा किया कि इस साल जून में प्राप्त इस जानकारी का उपयोग ईरान ने इजरायल के संवेदनशील स्थानाें पर हमला करने के लिए किया था।
यह खुलासा इजरायल-ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच किया गया है, जिसमें जून में इजरायली वायुसेना ने ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों, यूरेनियम संवर्धन स्थलों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों पर हमला किया था। ईरान ने इसे ‘अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन’ बताते हुए निंदा की थी।
ईरानी मीडिया के अनुसार ये दस्तावेज दो इजरायली नागरिकों, रॉय मिजराही और अल्मोग अतियास के माध्यम से प्राप्त हुए जिन्हें मई 2025 में इजरायली पुलिस ने ईरान के लिए जासूसी के संदेह में गिरफ्तार किया था।
तास्नीम संवाद एजेंसी ने बताया कि ईरान का यह खुफिया अभियान अत्यंत गोपनीय और जटिल था जिसमें धन लाभ और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के प्रति असंतोष से प्रेरित स्रोत शामिल थे। डॉक्यूमेंट्री में 189 इजरायली परमाणु वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की व्यक्तिगत जानकारी भी प्रदर्शित की गई जो ईरान की खुफिया पैठ का दर्शाता है।
गाैरतलब है कि यह खुलासा तब हुआ है जब ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता रुकी हुई है।
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