
Sitapur : हाल ही में बीएसए प्रकरण से जुड़े विवादों के केंद्र में रहे प्राथमिक विद्यालय नदवा में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाई। जिलाधिकारी (डीएम) अभिषेक आनंद और पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंकुर अग्रवाल अचानक स्कूल पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
अधिकारियों के पहुंचने का मुख्य उद्देश्य स्कूल के वातावरण को सामान्य करना और शिक्षकों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति सचेत करना था। डीएम और एसपी ने बच्चों से बातचीत की और उन्हें टॉफियां व बिस्कुट बांटे।
टीचरों को दो टूक चेतावनी, लापरवाही बर्दाश्त नहीं
स्कूल में मौजूद शिक्षकों को डीएम अभिषेक आनंद ने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता या स्कूल के संचालन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिया कि वे सभी छात्रों को पूरी मेहनत से पढ़ाएं और शिक्षा के प्रति गंभीर रहें। इसके अलावा, डीएम ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि मिड-डे मील तय समय पर बने और बच्चों को मिले। साथ ही, स्कूल समय पर खुले और सुचारु रूप से संचालित हो।
तीन दिन बाद स्कूल पहुंचे छात्र, बदली हुई चर्चाएं
विवाद के कारण छात्र पिछले तीन दिनों से स्कूल नहीं आ रहे थे। डीएम और एसपी के दौरे के दिन, यानी आज, तीन दिनों के बाद बड़ी संख्या में छात्र स्कूल पहुंचे। छात्रों की वापसी से स्कूल में रौनक लौट आई।
वहीं, इस पूरे प्रकरण के केंद्र में रहे निलंबित शिक्षक संतोष वर्मा को दूसरे स्कूल में पदस्थ किए जाने के बाद जिले के शिक्षा महकमे और स्थानीय लोगों के बीच नई चर्चाएं तेज हो गई हैं।
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक का यह दौरा विवाद के बाद स्कूल में सामान्य शैक्षणिक माहौल बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।










