Sitapur : बेल्ट कांड’ की आग में एक और हुआ निलंबन का ‘शंखनाद’

​Sitapur : सीतापुर में चार दिनों की सियासी उठापटक के बाद, प्राथमिक विद्यालय नदवा में आज आखिरकार शांति की लहर लौटी। बच्चों की प्रार्थना के मधुर सुर फिर से स्कूल में गूँज उठे, छात्रों के चेहरे पर रौनक दिखी और गाँव में खुशी की लहर दौड़ गई। लेकिन इस शांति के साथ ही सियासतभरी राजनीति ने एक और ‘सरकारी कर्मी’ पर घातक वार किया है।

​’बेल्ट कांड’ के बाद अब ‘पोस्ट कांड’: बीएसए का तीखा प्रहार

​इस पूरे प्रकरण की जड़ें सीतापुर के ‘बेल्ट कांड’ से जुड़ी हैं, जहाँ बीते मंगलवार को इसी स्कूल के प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) अखिलेश प्रताप सिंह को बेल्टों से पीटा था और अब वह जेल में हैं। अब उसी स्कूल के सहायक अध्यापक संतोष कुमार वर्मा पर BSA अखिलेश प्रताप सिंह ने निलंबन की गाज गिराई है।

संतोष वर्मा का ‘गुनाह’ सिर्फ इतना था कि उन्होंने विपक्ष के एक नेता द्वारा सरकार पर किए गए कटु कटाक्ष का सोशल मीडिया पर समर्थन किया और उसे वायरल कर दिया। इस ‘डिजिटल समर्थन’ को सत्ता पक्ष ने बर्दाश्त नहीं किया।

​विधायिका की ‘शिकायत की चिंगारी’ बनी निलंबन की आग

​मामले ने तब राजनीतिक तूल पकड़ा, जब महमूदाबाद की विधायिका आशा मौर्य ने इस ‘सरकार विरोधी’ पोस्ट का संज्ञान लिया और कठोर कार्रवाई के लिए सीधे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिख दिया।

सूत्रों का कहना है कि BSA ने यह कार्रवाई न केवल विधायिका के दबाव में की है, बल्कि इसे ‘बेल्ट कांड’ के बाद शिक्षक लॉबी को एक कड़ा राजनीतिक संदेश देने के तौर पर भी देखा जा रहा है।
​BSA अखिलेश प्रताप सिंह द्वारा सहायक अध्यापक संतोष कुमार वर्मा को निलंबित कर दिया गया है। वहीं आज छात्र स्कूल भी पहुंचे और प्रार्थना के पढ़ाई भी की।

वही निलंबित किए गए शिक्षक संतोष वर्मा के आने के बाद बच्चों ने पढ़ाई शुरू की अब देखना या है कि संतोष वर्मा का निलंबन वापस होता है या वह किस तरीके से कार्य करते हैं।

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