बरेली हिंसा का इनसाइड स्टोरी : मौलाना ताकीर ने बताया क्या था ‘आई लव मोहम्मद’ का टूलकिट

बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ के समर्थन में विरोध प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार को भारी हिंसा फैल गई। इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के बुलावे पर जुटी भीड़, मौलाना के नदारद रहने से उग्र हो गई। बवालियों ने खलील स्कूल तिराहे के पास दुकानों व वाहनों में तोड़फोड़ की, जबकि नावल्टी चौराहा पर पुलिस पर पथराव और श्यामगंज में फायरिंग हुई। डीआईजी अजय कुमार साहनी के अनुसार, इस दौरान 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। डीआईजी ने कहा कि शाम पांच बजे स्थिति नियंत्रण में आई, और पुलिस ने 30 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

मौलाना ने 19 सितंबर को किया था प्रदर्शन का एलान

मौलाना तौकीर रजा ने 19 सितंबर को ऐलान किया था कि शुक्रवार को वह इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में विरोध प्रदर्शन करेंगे, और इसके बाद जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम संबोधित पत्र सौंपेंगे। हालांकि, पुलिस-प्रशासन ने इस कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी थी। बीते रात 12 बजे अधिकारियों ने आईएमसी द्वारा जारी पत्र को सार्वजनिक किया था, जिसमें प्रदर्शन स्थगित करने की जानकारी दी गई थी।

मौलाना ताकीर ने कहा था- प्रदर्शन निर्धारित समय पर होगा

वहीं, शुक्रवार सुबह मौलाना तौकीर ने वीडियो जारी कर उस रात जारी पत्र को फर्जी बताया और दावा किया कि विरोध-प्रदर्शन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होंगे। परंतु, उनके समर्थकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और शाम साढ़े तीन बजे तक मौलाना का कोई पता नहीं चल सका। इस कारण प्रदर्शनकारियों ने हंगामा शुरू कर दिया।

नौमहला मस्जिद पर नारेबाजी और हंगामे के बीच डीआईजी अजय साहनी व एसपी सिटी मानुष पारीक मौके पर पहुंचे। पुलिस के समझाने के बाद भीड़ वहां से हटी नहीं, बल्कि बिहारीपुर में खलील स्कूल तिराहे के पास स्थिति बेकाबू हो गई। उग्र युवकों ने एक डॉक्टर की दुकान के शीशे तोड़ दिए और दो बाइकें क्षतिग्रस्त कर दीं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसके बाद शाम तक जगह-जगह झड़पें जारी रहीं।

श्यामगंज में पथराव और फायरिंग की नौबत आने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। नावल्टी चौराहा पर आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को खदेड़ दिया गया। एसएसपी ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस शहर में उपद्रवियों पर कानूनी कार्रवाई की योजना बना रही है। बिहारीपुर, श्यामवंग, कुतुबखाना, इस्लामिया मार्केट, मैलानी मार्केट, कोहाड़ापौर, आलमगिरीगंज, बांस भांडी, सिविल स्वयंस, साहूकारा और पुराना बस अड्डा जैसे क्षेत्र हिंसक प्रदर्शन से प्रभावित हुए हैं।

कुछ लोगों के घायल होने की आशंका है, हालांकि अभी तक आधिकारिक आंकड़े नहीं आए हैं। तस्वीरों में टूटी हुई शीशे, बिखरे जूते और सड़कों पर पड़े पत्थर नजर आ रहे हैं। जैसे ही भीड़ इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान की ओर मार्च करने लगी, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसके कारण प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और वाहनों व दुकानों में तोड़फोड़ की। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और शांति बनाए रखने की अपील की है।

एफआईआर और धमकी
डीआईजी अजय कुमार साहनी ने बताया कि इस घटना में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। वहीं, 21 सितंबर को वायरल हुए वीडियो में आईएमसी के प्रवक्ता डॉ. नफीस ने इंस्पेक्टर का हाथ काटने की धमकी दी थी, जिस पर केस दर्ज हुआ था।

कानपुर विवाद और बयानबाजी
कानपुर में 4 सितंबर को बारावफात जुलूस के दौरान, मोहम्मद लिखे बोर्ड के आरोप में 9 नामजद और 15 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

मौलाना तौकीर ने बताई बरेली हिंसा की टूलकिटि

शुक्रवार रात, मौलाना तौकीर रजा खां ने वीडियो जारी कर कहा कि उन्हें गोली मार दो, मोहम्मद के नाम पर मरना स्वीकार है। उन्होंने कहा कि वह नजरबंद हैं और इस घटना को साजिश बताया। मौलाना तौकीर पर 2010 के दंगों का आरोप है, और वह कई बार विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश देते हुए, कानपुर, वाराणसी, मुरादाबाद, महराजगंज, उन्नाव, संभल, आगरा और बरेली में भड़काऊ नारेबाजी और जुलूस की घटनाओं पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने तुरंत एफआईआर दर्ज करने और संपत्तियों की जांच का आदेश दिया है।

यह भी पढ़े : Sonam Wangchuk : गिरफ्तारी के सोनम वांगचुक की पत्नी बोली- ‘मेरे पति के साथ अपराधी जैसा व्यवहार..’

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें