
Fatehpur : फतेहपुर में इंटेलिजेंस विंग, एसओजी व औंग थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ के दौरान दो शातिर अभियुक्तों (महिला) के हत्यारों को गिरफ्तार किया है। दोनों अभियुक्त थाना क्षेत्र की एक बंद पड़ी फैक्ट्री के अंदर महिला की हत्या व शव को पेट्रोल से जलाए जाने के मामले में वांछित थे।
बता दें कि इंटेलिजेंस विंग प्रभारी विनोद मिश्रा, एसओजी प्रभारी विनोद यादव व औंग थानाध्यक्ष हनुमान प्रताप अपने हमराहियों के साथ बीती रात थाना क्षेत्र के रानीपुर पुल के पास संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। तभी मुखबिर ने सूचना दी कि चमड़ा फैक्ट्री में महिला की हत्या कर पेट्रोल डाल जलाने के दो बाइक सवार अभियुक्तों के आने की सूचना दी। इसी दौरान पुलिस टीम को बाइक सवार दो लोग आते दिखाई पड़े। पुलिस ने जब उन्हें रुकने का इशारा किया, तो वे बाइक मोड़ भागने का प्रयास करने लगे। और बाइक के अनियंत्रित होने से बाइक समेत गिर पड़े, तथा पुलिस टीम पर फायरिंग कर भागने का प्रयास करने लगे। गनीमत रही कि इस दौरान कोई पुलिस कर्मी हताहत नहीं हुआ।
जवाबी फायरिंग में, इंटेलिजेंस विंग प्रभारी विनोद मिश्रा ने गोली चलाई, जो एक अभियुक्त के दाहिने पैर में जा धंसी। इससे वह घायल होकर गिर पड़ा। दूसरे को पुलिस टीम ने दबोच लिया। पुलिसिया पूछताछ के दौरान घायल अभियुक्त ने अपना नाम दीपू पासी पुत्र स्व. अमर पासी निवासी ग्राम गंगा गंज थाना महाराजपुर और दूसरे ने सनी यादव पुत्र राजेंद्र निवासी सुभौली थाना महाराजपुर, जिला कानपुर नगर स्वीकार किया है। अभियुक्तों के पास से पुलिस ने एक बाइक, एक तमंचा मय जिंदा व खोखा कारतूस, दो मोबाइल, 550 रुपये की नगदी बरामद की है। घायल अभियुक्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इलाज के बाद उनकी तबीयत में सुधार होने पर, दोनों अभियुक्तों को सुसंगत धाराओं में न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
गौरतलब हो कि थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव के पास एक बंद पड़ी चमड़ा फैक्ट्री से पुलिस ने एक महिला का जलता हुआ शव बरामद किया था। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा था। मृतका की शिनाख्त रेशमा पत्नी दीपू पासवान निवासी गंगागंज महाराजपुर के रूप में हुई थी। जांच के दौरान, सर्विलांस की मदद से पुलिस टीम को घटना वाले दिन मृतका के उसके पति दीपू के साथ जाने तथा मृतका के मोबाइल की अंतिम लोकेशन घटना स्थल पर मिली। इससे पुलिस का शक मृतका के पति पर गहरा गया था।
पुलिस मुख्य आरोपी पति दीपू पासवान की तलाश में जुटी थी। इसी दौरान, पुलिस ने दोनों आरोपियों को संदिग्ध वाहनों की चेकिंग व मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। मृतका के पति ने पुलिस की पूछताछ में स्वीकार किया कि, उसने कुछ वर्षों पहले प्रेम विवाह किया था, लेकिन कुछ दिनों बाद ही अपने नजदीकी रिश्तेदार से पत्नी के संबंधों के शक के चलते, साथी सनी यादव के साथ मिलकर योजना बद्ध तरीके से मृतका को फैक्ट्री के अंदर ले जाकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। साथ ही, साक्ष्य को छिपाने के लिए शव को पेट्रोल डालकर जलाने का जुर्म भी स्वीकार किया है।
अभियुक्तों की गिरफ्तारी में, इंटेलिजेंस विंग प्रभारी विनोद मिश्रा, एसओजी प्रभारी विनोद यादव, औंग थानाध्यक्ष हनुमान प्रताप सिंह, उपनिरीक्षक रामानुज यादव, उपनिरीक्षक अभिषेक शुक्ला, उपनिरीक्षक विकास वर्मा व उनके हमराही शामिल रहे।