शारदीय नवरात्र : प्रदेश के शक्तिपीठों में भक्तों की भारी भीड़, मंदिरों में शुरू हुई शैलपुत्री पूजा

शिमला : शारदीय नवरात्र की शुरुआत के साथ ही सोमवार सुबह से प्रदेश के शक्तिपीठों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मां नैना देवी, मां चिंतपूर्णी, मां ज्वालाजी, मां ब्रजेश्वरी और मां चामुंडा देवी जैसे प्रमुख शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। बाहरी राज्यों से भी बड़ी संख्या में लोग मां के दर्शन करने पहुंचे हैं। मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों और लाइटों से सजाया गया है। पहले नवरात्रि पर मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा अर्चना की जा रही है। बिलासपुर स्थित मां नैना देवी मंदिर के कपाट रविवार रात दो बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए, जबकि ऊना में मां चिंतपूर्णी मंदिर सुबह चार बजे और कांगड़ा जिले में ज्वालाजी, ब्रजेश्वरी तथा चामुंडा देवी मंदिरों के कपाट सुबह पांच बजे खोले गए। राजधानी शिमला के प्रमुख मंदिरों तारादेवी, ढिंगू माता, कालीबाड़ी, कामना देवी और बीसीएस स्थित दुर्गा मंदिर को भी भव्य ढंग से सजाया गया है और सुबह से ही यहां भक्तों की आवाजाही जारी है।

श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस विभाग ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी, आईपीएस ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और रेंज स्तर के आईजीपी/डीआईजी को नवरात्रों के दौरान विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि त्योहार के मौसम में सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सक्रिय दृष्टिकोण बेहद अहम है।

पुलिस ने सभी शक्तिपीठों और प्रमुख मंदिरों में भीड़ प्रबंधन के लिए बैरिकेड्स और नियंत्रण बिंदु स्थापित किए हैं। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से मंदिर परिसरों और आसपास के क्षेत्रों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। स्थानीय प्रशासन और मंदिर प्रबंधन समितियों के साथ समन्वय स्थापित किया गया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। भीड़ की आवाजाही को सुचारु बनाए रखने के लिए पुलिस जवान लगातार तैनात रहेंगे।

आपात स्थिति से निपटने के लिए स्पष्ट निकासी योजनाएं और आपातकालीन असेंबली प्वाइंट निर्धारित किए गए हैं। पर्याप्त प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएं, एंबुलेंस और चिकित्सा दल भी तैनात रहेंगे। वहीं, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर फैलने वाली अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं की रोकथाम के लिए विशेष निगरानी की जा रही है। पुलिस ने कहा कि पिछले अनुभवों से सीख लेते हुए इस बार सुरक्षा और भी मजबूत की गई है।

यातायात प्रबंधन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को जाम की समस्या से न जूझना पड़े। आपातकालीन नंबर भी सार्वजनिक कर दिए गए हैं, जिससे किसी भी स्थिति में लोग तुरंत मदद मांग सकें।

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