
नारनाैल : नारनौल में सोमवार को वकीलों ने जिलेभर में वर्क सस्पेंड रखकर पुलिस-प्रशासन के पुतले की शव यात्रा निकाली। शव यात्रा बार रूम से आरंभ होकर महावीर चौक पर पहुंची, जहां पर पुतला दहन किया गया। इस मौके पर सैकड़ों वकील मौजूद रहे।
पुलिस द्वारा वकीलों का सहयोग नहीं करने पर पुलिस प्रशासन के खिलाफ वकीलों ने 15 सितंबर से आंदोलन शुरू किया था। इसी आंदोलन के तहत वकीलों ने सोमवार को पुलिस प्रशासन की शव यात्रा निकाली। यह शव यात्रा जिला बार एसोसिएशन के कार्यालय से आरंभ हुई। जिसके बाद यात्रा महेंद्रगढ़ रोड़ होते हुए महावीर चौक तक पहुंची। महावीर चौक पहुंचने पर वकील राजेंद्र भुंगारका ने शव को आग लगाई तथा वहां पर मटकी फोड़ी।
बार एसोसिएशन के प्रधान संतोख सिंह ने बताया कि नारनौल में बीते छह माह में वकीलों के साथ तीन मुख्य घटनाएं हो चुकी हैं। जिनमें पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे वकीलों में पुलिस प्रशासन के प्रति रोष बना हुआ है। उन्होंने बताया कि इनमें पहला मामला सीनियर वकील व पूर्व सैनिक शादी राम के साथ हुआ था। बीते 24 अप्रैल को उनकी स्कूटी के सामने बाइक सवारों ने अपनी बाइक लगाकर उनके साथ लूटपाट व मारपीट की गई थी। इस मामले में वकील पांच से छह बार एसपी से मुलाकात कर चुके हैं। वहीं जिला कोर्ट का वर्क सस्पेंड भी रख चुके। धरना प्रदर्शन भी कर चुके, मगर इसके बावजूद सीआईए नारनौल द्वारा अभी तक न तो आरोपियों का पता लगाया गया है और न ही उनकी कोई गिरफ्तारी के प्रयास किए गए हैं।
संतोख सिंह ने कहा कि दूसरी घटना बीते नौ सितंबर को एसडीएम कोर्ट में वकील दिनेश यादव के साथ हुई। जब वे किसी केस में एसडीएम कोर्ट में गए थे, तो एसडीएम न होने पर उन्होंने वहां रीडर से एसडीएम की जानकारी ली, तो पीछे से किसी ने कहा कि क्यों बकवास कर रहा है। जिसको टोकने पर उसने वकील के साथ मारपीट की। जिसकी शिकायत उन्होंने महावीर चौक पुलिस चौकी को दी थी, मगर इसके बावजूद आज तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।
उन्होंने बताया कि तीसरी घटना नारनौल कोर्ट मोड पर हुई। जिसमें प्रवीण खंडेलवाल का एक्सीडेंट हो गया। उन्होंने बताया कि इस हादसे के बाद अभी तक पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके चलते वकीलों में रोष बना हुआ है। उन्होंने सरकार व प्रशासन से आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है।
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