
Gorakhpur : दुःख और विपदा की घड़ी में हर व्यक्ति के साथ एक अभिभावक जैसे खड़े रहना, उसकी वेदना में संवेदना के साथ भरपूर मदद करना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली की विशिष्ट पहचान है। दुखी-पीड़ित के प्रति उनकी संवेदनशीलता और आत्मीयता का सजीव दर्शन सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में एक बार फिर देखने को मिला।
बीते दिनों पशु तस्करों के हमले में मृत दीपक गुप्ता के परिजनों से मिलकर सीएम योगी ने न केवल उनकी पीड़ा पर संवेदना का मरहम लगाया, बल्कि आर्थिक सहायता देकर उन्हें आश्वस्त किया कि उनके रहते परिवार को चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भरोसा भी दिलाया कि घटना में शामिल एक भी बदमाश को बख्शा नहीं नहीं जाएगा। सबके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के साथ कठोर सजा दिलाई जाएगी।
15-16 सितम्बर की रात पिपराइच थानांतर्गत महुआचाफी गांव में पशु तस्करों ने दीपक गुप्ता की हत्या कर दी थी। इस मामले को बेहद गम्भीरता से लेते हुए पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि ग्रामीणों की पिटाई से घायल पशु तस्कर गिरोह के एक सदस्य की मौत हो गई है।
मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी लगातार दीपक के परिजनों के सम्पर्क में बने हुए थे। इस बीच गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार सुबह दीपक गुप्ता के पिता दुर्गेश गुप्ता, मां और अन्य परिजनों से गोरखनाथ मंदिर के अपने बैठक कक्ष में मुलाकात की। उन्होंने दीपक की मौत पर अपनी संवेदना प्रकट की और ढांढ़स बंधाते हुए परिजनों आत्मीय सम्बल प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने दीपक के परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक भी प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में वह दीपक के परिवार साथ खड़े हैं। इस अवसर पर सांसद रवि किशन शुक्ल, पिपराइच के विधायक महेंद्र पाल सिंह भी मौजूद रहे।
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