
लखनऊ । लखनऊ में जनता कर्फ्यू के दिन शाम पांच बजे एक बार फिर से बर्तन, शंखनाद, घण्टा-घड़ियाल बजाते और तालियों की तड़तड़ाहट के साथ जनता सामने आयी और कर्फ्यू के दौरान सड़कों पर दौड़ते हुए जनसेवकों का अभिनंदन किया।
जनता कर्फ्यू की सुबह से शाम तक सड़क पर दौड़ते हुए नगर निगम के कर्मचारियों, स्वास्थ्यकर्मियों, चिकित्सकों, स्वच्छताकर्मियों, शासन व प्रशासन के अधिकारियों, पत्रकारों व मीडिया के क्षेत्र में काम करने वाले अन्य लोगों जनता के अभिनंदन को स्वीकार भी किया।
कोरोना वायरस के बचाव के लिए लखनऊ में रहने वाले लोगों ने पूरी तरह से जनता कर्फ्यू का पालन किया। जिससे लखनऊ की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा, लोगों ने अपने आवासों में ही रहने में अपनी भलाई समझी। परिवार के लोगों के साथ में कामकाजी लोगों ने पूरा दिन बीताया तो उनके चेहरे पर प्रसन्नता दिखी। लोगों ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से अपनी कई फोटो को भी अपलोड कर प्रसन्नता की जानकारी दी। बहुत सारे लोगों ने अपने रसोई में मनपसंद भोजन पकाकर परिजनों के साथ बांट कर खाया।
जनता कर्फ्यू के पूरे दिन सड़क पर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हीतेश अवस्थी, लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय, लखनऊ कमिश्नर मुकेश मेश्राम, जिलाधिकारी अभिषेक जैसे प्रमुख अधिकारियों को देखा गया। शासन व प्रशासन के अधिकारियों ने चारबाग रेलवे स्टेशन, चारबाग बस स्टॉप, कैसरबाग बस स्टॉप, सरकारी अस्पतालों, प्रमुख चौराहों, पर्यटन स्थलों और प्रदर्शन स्थल बन गये घंटाघर का निरीक्षण किया। इस दौरान पूरी तरह से शांति व्यवस्था कायम रही।
सड़क पर सुबह से ही दौड़ते हुए पत्रकारों को कई जगहों पर रोका गया। फोटोग्राफर छोटू को परिवर्तन चौराहे पर चौकी इंचार्ज ने रोका तो एक दूसरे पत्रकार ने उधर गुजरते हुए चौकी इंचार्ज से बातचीत कर फोटोग्राफर को काम करने देने की इजाजत मांगी। घंटाघर जाते हुए पत्रकार आमिर को डालीगंज पुल चौराहे पर पुलिस वालों ने रोक लिया, बाद में पहचान बताने पर जाने दिया।
किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी के परिसर में मरीजों के परिजन आवश्यक वस्तुओं को लेने के लिए चहलकदमी करते रहे। चिकित्सकों के चेहरे पर मास्क लगाने की बार बार अपील के बाद मरीजों के परिजन ने इसका पालन किया और चेहरे को मास्क, गमछे से पूरी तरह से ढ़के रखा। जनता कर्फ्यू के दौरान मरीजों के लाने और ले जाने के लिए एम्बुलेंस सेवा जारी रही और सुबह से शाम तक मरीजों को लेकर सक्रिय रही। 112 वाहनों से भी मरीजों को ले जाया गया।










