
- एसजीपीजीआई निदेशक डॉ. आरके धीमन बोले संस्थान के लिए गर्व का अवसर
Lucknow : दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों की सूची में संजय गांधी पीजीआई के 15 प्रोफेसर्स को शामिल किया गया है। संजय गांधी पीजीआई हमेशा से उच्च कोटि के रोगी देखभाल के साथ साथ चिकित्सा शोध के क्षेत्र में ना सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व में अपनी अलग ही पहचान रखता है।
यह दुनिया के प्रसिद्ध चिकित्सा संस्थानों में से एक है। कैलिफ़ोर्निया अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की ओर से हाल में 20 सितंबर 2025 को जारी की गई दुनिया के शीर्ष 2 फीसदी वैज्ञानिकों की सूची में यहां के 15 प्रोफेसर्स ने अपना स्थान बनाकर इसे साबित भी कर दिया है। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी हर साल विश्व के 2% शीर्ष वैज्ञानिकों की सूची जारी करती है, इसमें हर क्षेत्र के शोधकर्ताओं को शामिल किया गया है, यह सूची करियर डेटा के साथ साथ वर्ष 2024 में वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध कार्यों के आकलन पर आधारित है।
संजय गांधी पीजीआई के डायरेक्टर और हेपटोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. राधा कृष्ण धीमन, मेडिकल जेनेटिक्स के सेवानिवृत्त प्रोफेसर बलराज मित्तल, यूरोलॉजी के सेवानिवृत्त प्रोफेसर रमा देवी मित्तल, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राकेश अग्रवाल, क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अमिता अग्रवाल , गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उदय चंद्र घोषाल, न्यूरोलॉजी की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जयंती कालिता, एंडोक्राइन एंड ब्रेस्ट सर्जरी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर गौरव अग्रवाल, पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उज्जल पोद्दार और प्रोफेसर अंशु श्रीवास्तव, नेफ्रोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नारायण प्रसाद, क्रिटिकल केयर मेडिसिन के प्रोफेसर मोहन गुर्जर, बायोस्टैटिस्टिक्स एंड हेल्थ इंफॉर्मेटिक्स के एडिशनल प्रोफेसर डॉ प्रभाकर मिश्रा, क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी के एडीशनल प्रोफेसर डॉ दुर्गा प्रसन्ना मिश्रा और एंडोक्रिनोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर प्रोफेसर डॉ रोहित सिन्हा।
संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की गयी विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की सूची में पीजीआई के 15 प्रोफेसर्स के नाम आने पर संस्थान के निदेशक प्रोफेसर राधा के धीमन बेहद खुश दिखे। उन्होंने समस्त चयनित प्रोफेसर्स के साथ-साथ संस्थान को भी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। प्रोफेसर धीमान जो खुद भी इन दो पर्सेंट चयनित प्रोफेसर्स में शामिल है, ने कहा कि संजय गांधी पीजीआई उत्कृष्ट चिकित्सा प्रदान करने के लिए देश, प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रख्यात है। आज संस्थान के प्रोफेसर्स ने शोध में भी लगातार नया आयाम और पहचान बनाई है।
संस्थान के चिकिसकों द्वारा जिस तरह से काफी संख्या में गुणवत्तापूर्ण शोध पत्र प्रकाशित किए जा रहे है, एक डायरेक्टर के रुपए में मेरे लिए काफी संतोष की बात है। हालाँकि हमें लगातार इससे भी बेहतर करने का प्रयास करना होगा। उम्मीद करता हूं कि संस्थान के इन प्रोफेसर्स से दूसरे अन्य युवा प्रोफेसर और छात्र भी प्रेरणा लेंगे और भविष्य में हम इससे भी बेहतर करेंगे।
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